Bihar Land Records Online: बिहार की धरती पर अब कागजों की नहीं, डिजिटलीकरण की नई फसल लहलहाएगी। भ्रष्टाचार के दलालों का दौर खत्म, पारदर्शिता का सूर्योदय होगा।
बिहार Land Records Online: 2026 तक ऑनलाइन होंगे सभी भूमि दस्तावेज, दलालों का खेल खत्म
Bihar Land Records Online: जानिए कैसे बदल रही है व्यवस्था
बिहार सरकार ने भूमि से जुड़े दस्तावेजों को लेकर एक बड़ा और ऐतिहासिक फैसला लिया है। अब राज्य में 2026 तक भूमि संबंधी सभी कागजात पूरी तरह से ऑनलाइन उपलब्ध होंगे। खतियान और जमाबंदी जैसे महत्वपूर्ण भूमि अभिलेखों को अब लैंड रिकॉर्ड पोर्टल से सीधे डाउनलोड किया जा सकेगा, जिससे आम जनता को बड़ी राहत मिलेगी।
राज्य सरकार के सख्त निर्देशों के बाद, भूमि दस्तावेजों की नकल लेने की ऑफलाइन प्रक्रिया को चरणबद्ध तरीके से समाप्त कर दिया जाएगा। इसका सीधा असर बिचौलियों और दलालों पर पड़ेगा, जिनकी मनमानी अब नहीं चलेगी। 31 दिसंबर से पहले तक जो दलाल अपनी पैठ बनाए हुए थे, उनकी दुकानदारी अब बंद होने जा रही है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। यह कदम भूमि विवादों को कम करने और पारदर्शिता लाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा।
पारदर्शिता की नई मिसाल: ऐसे मिलेगा लाभ
इस नई व्यवस्था के तहत, प्रदेश के लाखों भूमि मालिकों को अपने घर बैठे ही सभी आवश्यक भूमि दस्तावेज प्राप्त करने की सुविधा मिलेगी। उन्हें अब सरकारी कार्यालयों के चक्कर काटने या लंबी कतारों में लगने की जरूरत नहीं होगी। लैंड रिकॉर्ड पोर्टल को और अधिक यूजर-फ्रेंडली बनाने पर काम चल रहा है, ताकि हर व्यक्ति आसानी से इसका उपयोग कर सके। यह डिजिटल भूमि अभिलेखों की दिशा में एक बड़ा कदम है।
राज्य सरकार का यह फैसला न केवल प्रशासनिक दक्षता बढ़ाएगा, बल्कि भूमि संबंधी धोखाधड़ी और भ्रष्टाचार पर भी लगाम लगाएगा। आने वाले समय में यह योजना ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों के लोगों के लिए वरदान साबित होगी। देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। भूमि स्वामित्व से जुड़ी जानकारी अब चंद क्लिक पर उपलब्ध होगी, जिससे समय और धन दोनों की बचत होगी।
इस पहल से जहां एक ओर सरकारी कामकाज में गति आएगी, वहीं दूसरी ओर आम जनता का सरकार पर विश्वास भी बढ़ेगा। यह बिहार को डिजिटल इंडिया के लक्ष्यों की ओर एक कदम और आगे बढ़ाएगा।


