Driving License Rules: सड़कें सिर्फ ईंट-गारे की नहीं होतीं, वे सभ्यता की धमनियां भी होती हैं। इन्हीं धमनियों पर जब लापरवाही की गाड़ी दौड़ती है, तो अनमोल जीवन असमय काल के गाल में समा जाते हैं। अब बिहार इन सड़कों को सुरक्षित बनाने की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम उठाने जा रहा है।
Driving License Rules: बिहार में ड्राइविंग लाइसेंस के लिए अब लेनी होगी ‘सड़क सिपाही’ की ट्रेनिंग, जानें नए नियम
Driving License Rules: अब सिर्फ चाबी हाथ में लेना काफी नहीं
बिहार में अब ड्राइविंग लाइसेंस बनवाना सिर्फ गाड़ी चलाने का हुनर दिखाना भर नहीं होगा। राज्य सरकार एक अहम बदलाव की तैयारी में है, जिसके तहत सड़कों पर उतरने वाले हर चालक को ‘सड़क का सिपाही’ बनाया जाएगा। इसका अर्थ है कि वाहन चलाने के साथ-साथ आपको सड़क पर अपनी और दूसरों की सुरक्षा की पूरी जिम्मेदारी भी समझनी होगी। परिवहन विभाग द्वारा यह विशेष ट्रेनिंग अनिवार्य की जा रही है, ताकि केवल चालान काटने से नहीं, बल्कि चालकों को जिम्मेदार बनाकर सड़कों को वास्तव में सुरक्षित बनाया जा सके। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
सड़क सुरक्षा: ट्रेनिंग में क्या-क्या होगा शामिल?
नई व्यवस्था के तहत, ड्राइविंग की चाबी हाथ में लेने से पहले हर आवेदक को जिम्मेदारी का पाठ पढ़ाया जाएगा। इस ट्रेनिंग का मुख्य उद्देश्य चालकों को केवल वाहन परिचालन के तकनीकी पहलुओं से अवगत कराना नहीं, बल्कि उन्हें यातायात नियमों, आपातकालीन स्थितियों से निपटने और सड़क पर धैर्य बनाए रखने जैसे महत्वपूर्ण गुणों से भी लैस करना है। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि हर नया चालक ‘सड़क सुरक्षा’ के सिद्धांतों से भली-भांति परिचित हो। इसके साथ ही, ट्रैफिक नियमों से जुड़ी एक विस्तृत जानकारी वाला लिफाफा भी संबंधित लोगों तक पहुंचाया जाएगा, ताकि वे घर बैठे भी इन नियमों से अवगत हो सकें।
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लाइसेंस बनवाने की प्रक्रिया में बड़ा बदलाव
यह पहल बिहार में सड़क हादसों को कम करने और यातायात व्यवस्था को अधिक सुव्यवस्थित बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। अब सिर्फ गाड़ी चलाना जान लेना ही ड्राइविंग लाइसेंस पाने का आधार नहीं होगा, बल्कि इसके लिए आपको एक जिम्मेदार नागरिक और कुशल ‘सड़क सिपाही’ के तौर पर प्रशिक्षित होना पड़ेगा। यह प्रशिक्षण न केवल नए चालकों के लिए फायदेमंद होगा, बल्कि इससे राज्य की सड़कों पर सुरक्षा का एक नया मानक स्थापित होगा। यह एक ऐसी पहल है जो ड्राइविंग लाइसेंस को महज एक दस्तावेज से कहीं अधिक, जिम्मेदारी का प्रतीक बनाएगी। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।



