पटना। बांका के जदयू सांसद गिरधारी यादव (JDU MP from Banka Girdhari Yadav) ने भाजपा के काम पर सवाल उठाया है। सांसद ने कहा है कि भाजपा को सिर्फ बिहार में लोगों के वोट लेने से मतलब है, राज्य के विकास से उनका कोई मतलब नहीं है।
इसके साथ ही बिहार में जेडीयू (Bihar JDU) और भारतीय जनता पार्टी (Bihar BJP) के बीच चल रहा अंतर्द्वन्द (Conflict in Bihar NDA) खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। यह आए दिन सामने आ रहा है।
बांका से जेडीयू सांसद गिरधारी यादव (Girdhari Yadav) के बीजेपी (BJP) और केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर बड़ा आरोप लगाने और यह कहने कि बीजेपी बिहार का विकास चाहती ही नहीं है।
उसे राज्य के लोगों के वोट लेने भर से मतलब है। इससे दोनों दलों के बीच खटास फिर उभर आया है। बांका सांसद के इस बयान पर भाजपा ने आपत्ती व्यक्त करते हुए जदयू आलाकमान से उपर कार्रवाई करने की मांग की है।
जदयू सांसद गिरधारी यादव (JDU MP from Banka Girdhari Yadav) ने कहा कि 2014 में बिहार ने गठबंधन को 31 सांसद दिए थे, 2019 में तो 39 सांसद दिए हैं लेकिन यहां के विकास पर भाजपा फोकस नहीं करती है।
बिहार के विकास पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा ने पिछले 7 सालों में पटना से दिल्ली के लिए एक नई ट्रेन तक नहीं दी। पटना से दिल्ली के रूट पर रेल यात्रियों की संख्या लगातार बढ़ रही है। यहां ट्रैफिक लोड ज्यादा है लेकिन केंद्र में सत्ता में रहते हुए भाजपा ने बिहार के लिए एक नई ट्रेन नहीं दी।
उन्होंने कहा कि पीयूष गोयल के रेल मंत्री रहते बिहार के सभी सांसदों ने उनसे आग्रह किया था कि पटना से दिल्ली के बीच कोई नई ट्रेन चलाई जाए। उन्होंने आश्वासन भी दिया था लेकिन आज तक एक ट्रेन नहीं चल पाई। ऐसे में केंद्र सरकार बिहार के विकास को लेकर कितनी गंभीर है, यह समझा जा सकता है।
सांसद के बयान पर भाजपा ने भी उनपर प्रहार किया है। जदयू सांसद गिरधारी यादव के बयान पर भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल ने कहा कि जिस नरेंद्र मोदी के नाम पर वोट लेकर जीत गए और सांसद बन गए, उन पर सवाल उठाने का उनको कोई हक नहीं है।
नरेंद्र मोदी ने साफ कहा है कि केंद्र सरकार का बिहार पर विशेष ध्यान है। ऐसे लोग जो सवाल उठा रहे हैं वो हैं तो किसी दल में लेकिन उनका दिल दूसरे दल में बसता है।
प्रवक्ता ने कहा कि गिरधारी यादव ने नरेंद्र मोदी की सरकार पर सवाल उठाकर नीतीश सरकार पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं, जदयू सांसद के इस गलत बयान के लिए उनपर पार्टी को कार्रवाई करनी चाहिए।