पटना | बिहार पुलिस राज्य में कानून-व्यवस्था को सुदृढ़ करने और लोगों तक त्वरित सेवा पहुंचाने के लिए डायल 112 के जरिए दिन-रात सक्रिय है। दिसंबर महीने की घटनाओं से साफ है कि पुलिस की तत्परता ने न केवल कानून-व्यवस्था में सुधार किया है बल्कि लोगों के जीवन में सुरक्षा का भरोसा भी लौटाया है।
डायल 112: तेजी से पहुंच रही मदद
सड़क दुर्घटनाओं में तुरंत सहायता
- वैशाली जिले के देसरी थाना क्षेत्र में दो मालवाहक वाहनों की टक्कर की सूचना पर पुलिस ने 5 मिनट में घटनास्थल पहुंचकर घायल चालक को अस्पताल पहुंचाया।
- पूर्वी चंपारण में भी महिला को घायल अवस्था में तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया।
अपराधों पर त्वरित कार्रवाई
- मारपीट और चोरी जैसे मामलों में भी पुलिस ने फुर्ती दिखाई।
- शेखपुरा जिले में ई-रिक्शा चोरी की सूचना पर डायल 112 टीम ने तुरंत ई-रिक्शा बरामद कर मालिक को सौंपा।
गुमशुदगी मामलों में सफलता
- जहानाबाद जिले में गुम हुए दो बच्चों को 24 घंटे के अंदर पटना के गांधी मैदान के पास से बरामद किया गया।
- रक्सौल थाना क्षेत्र में पुलिस ने गुम हुए बच्चे को 5 मिनट में खोजकर परिजनों को सौंपा, जिससे परिवार खुश हो गया।
सोशल मीडिया पर चौकस निगरानी
24×7 ‘ऑनलाइन पेट्रोलिंग’
- सोशल मीडिया सेंटर से राज्यभर की घटनाओं की निगरानी की जाती है।
- किसी भी घटना की सूचना तुरंत संबंधित जिले के अधिकारियों को दी जाती है।
- भ्रामक पोस्ट और नफरत फैलाने वाले कंटेंट पर कार्रवाई करते हुए 400 से अधिक संदिग्ध अकाउंट बंद करवाए गए।
उल्लेखनीय केस
- सितंबर में सिलीगुड़ी में बिहार के छात्रों को धमकाने का मामला सोशल मीडिया पर सामने आया। बिहार पुलिस ने पश्चिम बंगाल पुलिस को तुरंत कार्रवाई के लिए सूचित किया, जिससे छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित हुई।
रेस्पॉन्स टाइम में सुधार
- पहले औसत 20 मिनट का रेस्पॉन्स टाइम अब तेजी से घटकर 5 से 10 मिनट के बीच आ गया है।
- पिछले दो वर्षों में डायल 112 ने 20 लाख से अधिक लोगों को सेवा दी है।
नागरिकों का बढ़ता भरोसा
बिहार पुलिस की फुर्तीली और जिम्मेदार कार्रवाई ने नागरिकों का विश्वास बढ़ाया है। गुमशुदा बच्चों को मिलाने, घायल व्यक्तियों को अस्पताल पहुंचाने और अपराध रोकने में पुलिस की सफलता सराहनीय है।
- स्थानीय लोगों और सोशल मीडिया पर लोगों ने पुलिस की सक्रियता की जमकर सराहना की।
बिहार पुलिस का यह प्रयास राज्य में सुरक्षा का मजबूत आधार बना रहा है, जिससे न केवल कानून-व्यवस्था सुधर रही है, बल्कि जनता की मुस्कान भी लौट रही है।