अब बिहार पुलिस बनेंगी सुपर कॉप्स, CRPF और SSB से लेंगी कमांडो ट्रेनिंग, मोकामा और चंदौली में बनेगा बिहार का नया सुरक्षा मॉडल। अब बिहार में अपराधियों की खैर नहीं! CRPF और SSB से ट्रेनिंग पाएंगे 20 हजार पुलिस जवान। बिहार में पुलिस होगी और ज्यादा खतरनाक! CRPF-SSB देंगे कमांडो जैसी ट्रेनिंग।@पटना,देशज टाइम्स।
मोकामा और चंदौली में बनेगा बिहार का नया सुरक्षा मॉडल
CRPF से ट्रेनिंग पाएंगे बिहार के जवान! अब अपराधियों को बख्शा नहीं जाएगा। 21,000 नए जवानों को कमांडो ट्रेनिंग! मोकामा और चंदौली में बनेगा बिहार का नया सुरक्षा मॉडल। बिहार पुलिस को अब मिलेगा CRPF जैसा दम!
सिपाही बनाए जाएंगे स्पेशल ट्रेनिंग के जरिए सुपर कॉप्स
महिला जवान भी होंगी खास ट्रेनिंग में शामिल। अब बिहार की पुलिस CRPF जैसी होगी! सरकार की सबसे बड़ी तैयारी शुरू। बिहार पुलिस पर बड़ा दांव! 21 हजार सिपाही बनाए जाएंगे स्पेशल ट्रेनिंग के जरिए सुपर कॉप्स।@पटना,देशज टाइम्स।
बिहार में अपराधियों की अब खैर नहीं! CRPF और SSB देंगे पुलिस जवानों को स्पेशल ट्रेनिंग
21 हजार से ज्यादा नए सिपाही होंगे अत्याधुनिक तरीके से प्रशिक्षित, मोकामा-चंदौली केंद्र बनेंगे ट्रेनिंग हब
पटना, देशज टाइम्स | बिहार में अपराध पर लगाम लगाने के लिए सरकार ने बड़ी रणनीति तैयार की है। हाल ही में नियुक्त 21,391 पुलिस सिपाहियों को अब CRPF (केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल) और SSB (सशस्त्र सीमा बल) जैसे केंद्रीय बलों से विशेष प्रशिक्षण दिलाया जाएगा।
CRPF ट्रेनिंग से बढ़ेगी फील्ड तैयारी
जानकारी के अनुसार, 685 महिला सिपाही मोकामा स्थित CRPF ट्रेनिंग सेंटर में ट्रेनिंग लेंगी। 614 पुरुष सिपाही उत्तर प्रदेश के चंदौली CRPF सेंटर में प्रशिक्षित होंगे। ये सिपाही बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस (BSAP) में नियुक्त किए गए हैं। कठिन परिस्थितियों में ड्यूटी के लिए इन्हें विशेष युद्ध कौशल और रणनीति सिखाई जाएगी।
SSB से भी प्रशिक्षण के लिए बातचीत अंतिम चरण में
जानकारी के अनुसार, SSB केंद्रों पर ट्रेनिंग को लेकर सरकार की बातचीत चल रही है। जल्द ही तय होगा कि कितने सिपाही SSB से प्रशिक्षण लेंगे। BSAP की कार्यशैली, सीमाई और संवेदनशील क्षेत्रों में पोस्टिंग को देखते हुए, SSB का प्रशिक्षण अत्यंत उपयोगी है।
अन्य प्रशिक्षण केंद्रों पर भी तेज़ी से काम
राज्य के 35 जिला प्रशिक्षण केंद्रों और BSAP की 15 वाहिनियों में सिपाहियों को ट्रेनिंग दी जाएगी। CTC, नाथनगर में 1791 सिपाहियों का प्रशिक्षण शुरू होगा, जिसमें शामिल हैं कि 971 पूर्व चयनित या अनुकंपा नियुक्त सिपाही हैं। 820 ड्राइवर सिपाही हैं।
बुनियादी ढांचे की कमी, केंद्रों से ले रहे सहयोग
हाल के वर्षों में बड़ी संख्या में सिपाही व दारोगा बहाली के चलते ऐसा फैसला किया गया है। राज्य सरकार के पास पर्याप्त प्रशिक्षण आधारभूत संरचना नहीं है। इसी वजह से केन्द्रीय बलों की मदद से प्रशिक्षण देने की पहल की गई है। इससे ट्रेंड, प्रोफेशनल और फील्ड-रेडी फोर्स तैयार होगी।