Electricity Scam: आजकल डिजिटल दुनिया में हर क्लिक और हर मैसेज एक नई दुनिया खोलता है, लेकिन कभी-कभी इन सूचनाओं के पीछे ख़तरों का गहरा जाल बुना होता है। बिजली कटौती का मैसेज भी अब ऐसा ही एक छलावा बन गया है, जो सीधे आपकी जेब पर डाका डाल रहा है।
Electricity Scam: सावधान! बिजली कटौती का मैसेज आया है? एक क्लिक और खाली हो जाएगा बैंक खाता!
बिहार में इन दिनों एक नया साइबर फ्रॉड तेजी से फैल रहा है, जहां बिजली विभाग के नाम पर लोगों को ठगा जा रहा है। अगर आपके मोबाइल पर बिजली कनेक्शन कटने या बिल बकाया होने संबंधी कोई मैसेज या कॉल आए, तो तत्काल सतर्क हो जाएं। यह बिजली विभाग नहीं, बल्कि शातिर साइबर ठग हो सकते हैं, जिनकी एक गलती आपको भारी पड़ सकती है।
ये ठग लोगों को झांसा देने के लिए बिल्कुल असली दिखने वाले मैसेज भेजते हैं, जिसमें उन्हें यह बताया जाता है कि उनका बिजली बिल बकाया है और अगर वे तुरंत भुगतान नहीं करते, तो उनका कनेक्शन काट दिया जाएगा। इसके साथ ही एक लिंक भी दिया जाता है, जिस पर क्लिक करने या किसी खास ऐप को डाउनलोड करने के लिए कहा जाता है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। जैसे ही आप उस लिंक पर क्लिक करते हैं या ऐप डाउनलोड करते हैं, आपकी निजी जानकारी ठगों तक पहुंच जाती है और वे आपके बैंक खाते से पैसे उड़ा लेते हैं।
Electricity Scam: बिहार में ऐसे कर रहे हैं ठग जालसाजी
साइबर ठग अपनी रणनीति में लगातार बदलाव करते रहते हैं। वे अक्सर लोगों को घबराहट में फैसला लेने पर मजबूर करते हैं। वे बिजली विभाग के कर्मचारी बनकर कॉल करते हैं और यह कहकर धमकाते हैं कि अगर अभी भुगतान नहीं किया गया तो बिजली काट दी जाएगी। इस दौरान वे आपसे आपकी बैंक डिटेल्स, यूपीआई पिन या वन टाइम पासवर्ड (OTP) जैसी संवेदनशील जानकारी मांगते हैं। एक बार जब आप यह जानकारी साझा कर देते हैं, तो आपका बैंक खाता खाली होने में देर नहीं लगती। इस तरह की साइबर ठगी से बचने के लिए बेहद सतर्क रहने की आवश्यकता है।
पुलिस और साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ लगातार लोगों को इस तरह की धोखाधड़ी से आगाह कर रहे हैं। उन्होंने सलाह दी है कि किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक न करें और न ही किसी के साथ अपनी निजी या बैंक संबंधी जानकारी साझा करें। बिजली विभाग कभी भी फोन या मैसेज के जरिए आपकी व्यक्तिगत वित्तीय जानकारी नहीं मांगता है।
क्या करें अगर आपको ऐसा मैसेज मिले?
- सबसे पहले, घबराएं नहीं।
- बिजली विभाग की आधिकारिक वेबसाइट या बिल पर दिए गए टोल-फ्री नंबर पर कॉल करके जानकारी की पुष्टि करें।
- किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक न करें, भले ही वह कितना भी आधिकारिक क्यों न लगे।
- किसी भी ऐप को डाउनलोड करने या अपनी बैंक डिटेल्स साझा करने से बचें। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
- यदि आपको लगता है कि आप साइबर ठगी का शिकार हो गए हैं, तो तुरंत अपने बैंक और स्थानीय पुलिस को सूचित करें।
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यह महत्वपूर्ण है कि हम सब मिलकर इस तरह की धोखाधड़ी के खिलाफ जागरूकता फैलाएं। अपने परिवार और दोस्तों को भी इस बारे में सूचित करें ताकि वे भी इन जालसाजों के चंगुल में फंसने से बच सकें। याद रखें, आपकी सतर्कता ही आपकी सबसे बड़ी सुरक्षा है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। साइबर अपराधियों के हर नए पैंतरे से लड़ने के लिए जागरूक रहना ही एकमात्र उपाय है।



