बिहार के वैशाली जिले में फिल्म जगत के सुपरस्टार कुमार सानू (Kumar Sanu) के कार्यक्रम में जमकर बवाल हुआ। शनिवार को आयोजित कार्यक्रम में अचानक हुए हंगामे के बाद मौके पर भगदड़ मची गई। इसके बाद पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित किया। हालांकि, इस दौरान पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। इधर, हंगामे की वजह से दर्शकों ने सैकड़ों कुर्सियों को चकनाचूर कर दिया।
जय बाबा केदार..!
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तीन दिवसीय वैशाली महोत्सव का तीसरे एवं अंतिम दिन की शाम प्ले बैंक सिंगर कुमार सानू के नाम रही। पार्श्व गायक कुमार सानू का कार्यक्रम देखने के लिए पूरे दर्शक दीर्घा से लेकर मंच से काफी दूर तक दर्शकों उमड़ी हुई थी। मंच पर कुमार सानू के आते ही दर्शकों ने उनका अपनी तालियां से भरपूर स्वागत किया।
वैशाली में सिंगर कुमार सानू के प्रोग्राम में कुर्सियां फेंकी गईं। सानू शनिवार को तीन दिवसीय वैशाली महोत्सव के समापन के मौके पर आए हुए थे। कार्यक्रम के दौरान कुमार सानू कुछ देर के लिए ब्रेक पर चले गए। इसके बाद दर्शक आक्रोशित हो गए और कुर्सियां तोड़ने लगे। मौके पर हंगामा मच गया।
दरअसल, हर साल वैशाली जिला में राज्य सरकार द्वारा वैशाली महोत्सव का आयोजन किया जाता है। इस दौरान तीन दिनों तक सरकार और प्रशासन की देख-रेख में भव्य मेला का आयोजन होता है। इस बार 14 अप्रैल से मेले की शुरुआत की गई थी। उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद (Tarkishore Prasad) ने मुख्य अतिथि के तौर पर पहुंचकर मेले का शुभारंभ किया था।


शनिवार को आयोजित कार्यक्रम में अचानक हुए हंगामे के बाद मौके पर भगदड़ मची गई, जिसके बाद पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित किया। हालांकि, इस दौरान पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। इधर, हंगामे की वजह से दर्शकों ने सैकड़ों कुर्सियों को चकनाचूर कर दिया।
दर्शक कुमार सानू को देखने और सुनने के लिए व्याकुल थे। ऐसे में उन्होंने हंगामा करना शुरू कर दिया। दर्शकों ने कार्यक्रम स्थल पर रखी सैकड़ों कुर्सियां तोड़ डालीं। हंगामा बढ़ता देख पुलिस ने मोर्चा संभाला और लाठीचार्ज कर लोगों को खदेड़ दिया। इधर, बिहार आए कुमार सानू ने कहा कि लोकतंत्र की जननी और महावीर की जन्मभूमि में इतने लोगों को देखकर खुश हुआ।
वहीं, मेले में हुए बवाल के संबंध में लोगों ने कहा कि बहुत भीड़ हो गई थी और लोग कुमार सानू को नजदीक से देखना चाह रहे थे. लेकिन कार्यक्रम स्थल पर लगी कुर्सियां कम पड़ गईं थी, जिस कारण अफरा-तफरी मच गई और लोगों गुस्से में कुर्सियां तोड़ डालीं।
वैशाली महोत्सव का किया गया था आयोजन
दरअसल, हर साल वैशाली जिला में राज्य सरकार द्वारा वैशाली महोत्सव का आयोजन किया जाता है। इस दौरान तीन दिनों तक सरकार और प्रशासन की देख-रेख में भव्य मेला का आयोजन होता है। इस बार 14 अप्रैल से मेले की शुरुआत की गई थी। उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने मुख्य अतिथि के तौर पर पहुंचकर मेले का शुभारंभ किया था।
इसी क्रम में शनिवार को मेले के समापन वाले दिन रंगारंग कार्यक्रम का आयोजन किया गया था, जिसमें फिल्म जगत के प्रसिद्ध गायक कुमार सानू को बुलाया गया था। हालांकि, उनके आने की सूचना के बाद कार्यक्रम स्थल पर लाखों लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी जो देखते ही देखते बेकाबू हो गई।
हां, एक सनम चाहिए आशिकी के लिए…
कुमार सानू ने मंच पर आते ही इस गाने को जैसे ही गुनगनाया। संपूर्ण वैशाली महोत्सव में उमड़ी हजारों की भीड़ ने तालियों की गड़गड़ाहट से उनका स्वागत किया। इसके बाज जो कुमार सानु शुरू उन्होंने वैशाली महोत्सव का शमा बांध दिया। एक से बढ़कर एक फिल्मी गानों पर उपस्थित हजारों श्रोताओं को झूमने को विवश कर दिया।
आंख मारे ओ लड़की आंख मारे,
तू मेरी जिंदगी है, तुझे देखा तो ए जाना सनम प्यार होता है दिवाना सनम, मेरा चांद मुझे आया है नजर, सरकी जो सर से वो धीरे धीरे, चुरा के दिल मेरा गोरीया चली, लड़की बडी अंजानी है आदि एक से बढ़कर एक गाने की प्रस्तुति उन्होंने दी। इस दौरान गाते-गाते वे मंच से नीचे उतर आए और जिला पदाधिकारी उदिता सिंह को माईक पकड़ाकर कहा कि गाने में संगत करें।
उन्होंने गाना भी गाया। रुक-रुक कर तालियों की गड़गड़ाहट संपूर्ण महोत्सव में गूंज उठती थी। कुमार सानू को सुनने के लिए वैशाली ही नहीं बल्कि सारण, मुजफ्फरपुर, पटना आदि शहर से करीब 50 हजार की संख्या में लोगों की भीड़ ईकट्ठा हो गई थी। भीड़ को देखकर कुमार सानू ने भी मंच से कहा कि इतनी भीड जुटेगी, इसका अंदाजा मुझे भी नहीं था। उन्होंने वैशाली जिला प्रशासन को धन्यवाद दिया कि भीड़ को कंट्रोल कर एक नया इतिहास रचा है।
भीड़ को काबू करने के लिए पुलिस को लाठियां चलानी पड़ी। इधर, कार्यक्रम खत्म होने पर कुमार सानू भीषण जाम में फंस गए। उनके साथ स्कॉर्ट में चल रहे सुरक्षा बल, निजी सुरक्षा गार्ड ने कड़ी मशक्कत के बाद उन्हें जाम से निकाल कर आगे के लिए रवाना किया।