Bihar School Closed: सर्द हवाओं का सितम ऐसा कि कोहरे की चादर ने रौशनी को भी कैद कर लिया है, और अब इस ठिठुरन ने बच्चों के स्कूल जाने के रास्ते भी रोक दिए हैं। बिहार में कड़ाके की ठंड और घने कोहरे का कहर जारी है, जिसका सीधा असर अब बच्चों की पढ़ाई पर पड़ने लगा है। पारा लगातार गिरने और शीतलहर के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए राज्य के कई जिलों में प्रशासन ने स्कूलों को बंद करने का आदेश जारी कर दिया है, जबकि कुछ स्थानों पर शैक्षणिक संस्थानों के समय में बदलाव किया गया है। यह फैसला बच्चों के स्वास्थ्य और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। Bihar School Closed होने से अभिभावकों को भी कुछ राहत मिली है।
छपरा, सीवान, अररिया, गोपालगंज और भोजपुर जैसे जिलों में कड़ाके की ठंड और घने कोहरे के कारण जिलाधिकारी ने स्कूलों को बंद रखने का निर्देश दिया है। इसके साथ ही, कई अन्य जिलों में भी ठंड को देखते हुए स्कूलों के संचालन के समय में परिवर्तन किया गया है। अभिभावकों से अपील की गई है कि वे बच्चों को घर पर ही सुरक्षित रखें और अनावश्यक रूप से बाहर निकलने से बचें। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
ठंड का यह प्रकोप न केवल स्कूलों को प्रभावित कर रहा है बल्कि सामान्य जनजीवन भी इससे अस्त-व्यस्त हो गया है। सुबह और शाम को घना कोहरा छा रहा है, जिससे दृश्यता काफी कम हो गई है और सड़कों पर आवागमन धीमा पड़ गया है। राज्य सरकार और स्थानीय प्रशासन स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए हैं और आवश्यकतानुसार नए आदेश जारी कर रहे हैं, आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
ठंड से बचाव के लिए प्रशासन के दिशा-निर्देश
प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे ठंड से बचाव के लिए गर्म कपड़े पहनें और अलाव का उपयोग करें। विशेषकर बच्चों और बुजुर्गों को ठंड से बचाना अत्यंत आवश्यक है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने भी सलाह दी है कि इस मौसम में गर्म पेय पदार्थों का सेवन करें और भीड़भाड़ वाली जगहों से बचें ताकि मौसमी बीमारियों से बचा जा सके। यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि शैक्षणिक संस्थान खुलने पर बच्चों की पढ़ाई का कोई नुकसान न हो और अतिरिक्त कक्षाओं या अन्य माध्यमों से इसे पूरा किया जा सके। मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले कुछ दिनों तक ठंड से कोई खास राहत मिलने की उम्मीद नहीं है, ऐसे में सभी को सतर्क रहने की जरूरत है।




