पटना से इस वक्त की बड़ी खबर सामने आ रही है जहां एसटीईटी (STET) अभ्यर्थियोंं के प्रदर्शन पर पुलिस की लाठी चटकी (Patna STET) है।
जय बाबा केदार..!
View this post on Instagram
पुलिस ने दौड़-दौड़ा कर अभ्यर्थियों को पीटा है। उनपर लाठीचार्ज किया है। वहीं, अभ्यर्थियों का कहना था कि वह रिजल्ट में धांधली के खिलाफ सरकार की वादाखिलाफी से नाराज होकर प्रदर्शन करने आए थे। लाठी चार्ज में अभ्यर्थियों, पुलिसकर्मियों सहित मीडियाकर्मियों को भी चोटें आई हैं।
जानकारी के अनुसार, एसटीईटी अभ्यर्थियों ने सचिवालय के बाहर सरकार के खिलाफ जमकर हंगामा मचाया। एसटीईटी के अभ्यर्थी सचिवालय के समक्षा शांतिपूर्ण ढंग से धरना प्रदर्शन कर रहे थे। अपने अधिकारों की मांग कर रहे थे। इसी दौरान पुलिस की ओर से अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज किया गया।
इससे गुरुवार को राजधानी पटना का सचिवालय स्थित शिक्षा विभाग रणक्षेत्र में तब्दील रहा। अभ्यर्थियों और पुलिस के बीच घंटों झड़प हुई। मामला STET 2019 के सर्टिफिकेट से जुड़ा हुआ है। बिहार में जल्द ही सातवें फेज के तहत शिक्षकों की बहाली (Bihar Teachers Appointment) होने वाली है। इसमें STET अभ्यर्थी शामिल होंगे। ऐसे में बहाली से पहले बिहार बोर्ड ने जो सर्टिफिकेट जारी किया है, उसमें नॉट इन मेरिट (Not In Merit) अंकित है।
सर्टिफिकेट में Not in merit देखते ही अभ्यर्थियों का आक्रोश भड़क उठा। सभी सचिवालय स्थित शिक्षा विभाग पहुंच गए। भारी हंगामा शुरू हो गया। इसके बाद भारी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंची। अभ्यर्थियों की मांग है कि Not in merit का काॅलम सर्टिफिकेट से हटाया जाएं।
मौके पर पहले पुलिस ने अभ्यर्थियों को समझाने, बुझाने का काम किया मगर जब अभ्यर्थी नहीं मानें तो लाठीचार्ज किया गया। इसके बाद अफरा तफरी का माहौल हो गया।
पुलिस की इस लाठीचार्ज के बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई। लाठीचार्ज में कई अभ्यर्थी गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि शिक्षामंत्री बार-बार आश्वासन देते रहे हैं कि एसटीईटी प्रमाणपत्र में मैरिट और अनमैरिट का उल्लेख नहीं होगा, लेकिन जो प्रमाणपत्र दिया जा रहा है उसमें उसका उल्लेख किया जा रहा है।
अभ्यर्थी सचिवालय के समक्ष शांतिपूर्ण ढंग से धरना प्रदर्शन कर रहे थे। अधिकारों की मांग कर रहे थे। इसी दौरान पुलिस ने अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज किया।
जानकारी के अनुसार प्रदर्शनकारियों को शांत कराने के लिए भारी संख्या में पुलिस तैनात थी। छात्र उनकी बात मानने को तैयार थे। इस दौरान पुलिस के साथ प्रदर्शनकारियों की धक्का-मुक्की भी हुई। प्रदर्शनकारियों के आक्रोश को देखते हुए पुलिस को लाठियां तक भांजनी पड़ी।
इस दौरान अफरा-तफरी की स्थिति उत्पन्न हो गयी। आक्रोशित एसटीईटी अभ्यर्थियों ने बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर पर गंभीर आरोप लगाए। उन पर पैसे लेकर धांधली करने का आरोप लगाया।
.
एसटीईटी अभ्यर्थियों ने सरकार पर अन्याय का आरोप लगाते हुए अभ्यर्थियों को पिटवाने का आरोप लगाया है। अभ्यर्थियों का कहना था कि वे शांतिपूर्ण ढंग से धरना दे रहे थे। इसी बीच पुलिस ने उनपर लाठियां बरसानी शुरू कर दी।
पुलिस की इस लाठीचार्ज के बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई। लाठीचार्ज में कई अभ्यर्थी गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। STET अभ्यर्थियों ने सरकार पर अन्याय का आरोप लगाते हुए अभ्यर्थियों को पिटवाने का आरोप लगाया है। अभ्यर्थियों का कहना था कि वे शांतिपूर्ण ढंग से धरना दे रहे थे इसी बीच पुलिस ने उनपर लाठियां बरसानी शुरू कर दी।
एसटीईटी अभ्यर्थियों को शांत कराने के लिए भारी संख्या में पुलिस पहुंची। छात्र उनकी बात मानने को तैयार थे। इस दौरान पुलिस के साथ अभ्यर्थियों की धक्कामुक्की भी हुई। एसटीईटी अभ्यर्थियों के आक्रोश को देखते हुए पुलिस को लाठियां तक भांजनी पड़ गयी। इस दौरान अफरा-तफरी की स्थिति उत्पन्न हो गयी। आक्रोशित एसटीईटी अभ्यर्थियों ने बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर पर गंभीर आरोप लगाए। उन पर पैसे लेकर धांधली करने का आरोप लगाया।