पटना न्यूज़:
बिहार के 27 हजार से ज़्यादा शिक्षकों के लिए इंतज़ार की घड़ियां खत्म होने वाली हैं. महीनों से अपने स्कूल का इंतजार कर रहे इन शिक्षकों को अब पसंदीदा जगह पर पोस्टिंग मिल सकती है, लेकिन कैसे? शिक्षा विभाग ने इसका पूरा खाका तैयार कर लिया है.
बिहार में हाल ही में हुए अंतर-जिला तबादले के बाद अपने नए पदस्थापन जिले में स्कूल आवंटन का इंतजार कर रहे 27,171 शिक्षकों के लिए यह एक बड़ी राहत की खबर है. शिक्षा विभाग ने इन शिक्षकों को उनके पसंदीदा स्कूल में पदस्थापित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. सोमवार से सभी शिक्षक स्कूल आवंटन के लिए अपने विकल्प विभाग को सौंप सकेंगे.
पसंदीदा स्कूल के लिए पांच विकल्प
शिक्षा विभाग द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार, इस प्रक्रिया के तहत प्रत्येक शिक्षक को अपने पदस्थापन वाले जिले में पांच पसंदीदा प्रखंडों (Blocks) का विकल्प चुनना होगा. शिक्षकों द्वारा दिए गए इन्हीं विकल्पों के आधार पर विभाग उन्हें स्कूल आवंटित करेगा. यह कदम शिक्षकों को उनकी सुविधानुसार स्थान चुनने का अवसर प्रदान करने के लिए उठाया गया है, ताकि वे बेहतर ढंग से अपना काम कर सकें.
सॉफ्टवेयर से होगा स्कूलों का आवंटन
पूरी प्रक्रिया को पारदर्शी और निष्पक्ष बनाने के लिए स्कूल आवंटन का काम एक विशेष सॉफ्टवेयर के माध्यम से किया जाएगा. शिक्षक ऑनलाइन पोर्टल पर लॉग इन करके अपने पांच प्रखंडों का विकल्प दर्ज करेंगे. इसके बाद सॉफ्टवेयर उनकी वरीयता, रिक्ति और अन्य विभागीय मानदंडों के आधार पर स्कूलों का आवंटन करेगा. विभाग का लक्ष्य इस प्रक्रिया को जल्द से जल्द पूरा करना है ताकि शिक्षक बिना किसी देरी के अपने आवंटित स्कूलों में योगदान दे सकें.
प्रक्रिया के मुख्य बिंदु:
- कुल 27,171 शिक्षक इस प्रक्रिया में शामिल होंगे.
- ये सभी शिक्षक अंतर-जिला तबादले के तहत नए जिलों में पदस्थापित हुए हैं.
- प्रत्येक शिक्षक को अपनी पसंद के पांच प्रखंडों का विकल्प देना अनिवार्य है.
- विकल्प जमा करने की प्रक्रिया सोमवार से शुरू की जाएगी.
- विभाग द्वारा सॉफ्टवेयर के माध्यम से पूरी तरह पारदर्शी तरीके से स्कूलों का आवंटन किया जाएगा.
इस फैसले से उन हजारों शिक्षकों ने राहत की सांस ली है, जो तबादले के बाद से ही अपने स्कूल के आवंटन को लेकर असमंजस की स्थिति में थे. उम्मीद है कि विभाग जल्द ही यह प्रक्रिया पूरी कर लेगा.

