बिहार विधान मंडल के मानसून सत्र की कार्यवाही आज से शुरू हुई। पूर्वाह्न 11:00 बजे सदन की कार्रवाई शुरू होते ही वामपंथी दलों के विधायकों ने केंद्र की अग्निपथ योजना को लेकर जोरदार विरोध किया। विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने समझा-बुझाकर उन्हें शांत कराया और संबोधन शुरू किया। पढ़िए पूरी खबर नीचे है अपडेट, सदन के पटल पर रखे गए विधेयक
बिहार विधान मंडल का आज से मानसून सत्र शुरू हो गया है। इस सत्र के पहले दिन आज बिहार विधानसभा में अग्निपथ योजना को लेकर जबरदस्त हंगामा देखने को मिला। इस दौरान सुबह से ही विपक्षी दलों ने केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना के खिलाफ विरोध शुरू कर दिया था।
इधर, सीमांचल में बाढ़ से लेकर हो रहे कटाव को लेकर AIMIM के विधायक ने भी विरोध जताया है। बीजेपी विधायक
हरि भूषण ठाकुर बचोल विधानसभा में एक लेटर लेकर पहुंचे जिसमें उन्होंने हिदारियों से अपनी जान को खतरा बताया है। उन्होंने कहा कि फोन पर जान से मारने की धमकी मिल रही है। सोमवार 11:00 बजे के लिए सदन की कार्यवाही स्थगित हो गई है।
विधानसभा अध्यक्ष ने सत्र की शुरुआत में विधानसभा के इतिहास और मौजूदा क्रियाकलापों की चर्चा से की। उन्होंने कहा कि इस बार सदन में उत्कृष्ट विधायक चुनने की प्रक्रिया शुरू हो रही है। इसलिए सभी को इसमें सुझाव देना चाहिए। अध्यक्ष के संबोधन के बाद अभ्यासी सदस्यों के नाम की घोषणा की गयी और कार्य मंत्रणा समिति का गठन किया गया।
आरजेडी और लिफ्ट के सदस्यों ने सदन के पोर्टिको और परिसर में हाथ में पोस्टर बैनर के साथ जमकर हंगामा किया है। माना जा रहा है गुरुवार तक चलने वाले इस पांच दिनों के छोटा सा मानसून पूरी तरह से हंगामे की भेंट चढ़ने वाला है। दरअसल, अग्निपथ योजना को लेकर विपक्ष के तेवर गर्म हैं और सत्ता पक्ष की तरफ से भी बीजेपी को छोड़कर तमाम दल केंद्र की इस स्कीम के खिलाफ हैं।
लेफ्ट और आरजेडी के कार्यकर्ता हाथों में बैनर और तख्ती लेकर विधानसभा पोर्टिको के बाहर आए और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। इस दौरान दोनों पार्टियों का एक दूसरे को समर्थन मिलता रहा। विपक्ष की ओर से लगातार केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना का विरोध किया जा रहा है।
आरजेडी के विधायक भाई वीरेंद्र ने कहा है कि विधानसभा से एक प्रस्ताव पारित कर अग्निपथ योजना के खिलाफ केंद्र सरकार को भेजा जाना चाहिए। भाई वीरेंद्र की इस मांग का लेफ्ट के विधायकों ने भीसमर्थन किया है। लेफ्ट विधायकों का कहना है कि हर हाल में छात्रों और नौजवानों का भविष्य सुरक्षित होना चाहिए। केंद्र सरकार इस मामले में मनमानी कर रही है।
लेफ्ट के विधायकों का कहना है कि हर हाल में विधानसभा में इस पर बहस होनी चाहिए। प्रस्ताव आने से यह भी साफ होगा कि कौन अग्निपथ योजना के साथ है और किसे छात्रों के भविष्य की चिंता नहीं है। बिहार के विपक्षी दलों ने तेवर दिखाते हुए यह भी जाहिर कर दिया है कि इस योजना को लेकर 5 दिनों के तक चलने वाला मानसून सत्र हंगामेदार होने वाला है। माना जा रहा है कि बिहार विधानसभा में बीजेपी अग्निपथ स्कीम को लेकर अलग-थलग दिखाई देगी। वहीं यह देखने वाला होगा कि बीजेपी की इस स्थिति पर जेडीयू का रवैया क्या रहता है।
इसके बाद विधानसभा में राज्यपाल की ओर से स्वीकृत विधायकों को रखा गया। सदन में मौजूदा वित्तीय वर्ष के लिए अनुपूरक बजट भी रखा गया जिसे उप मुख्यमंत्री एवं वित्त मंत्री तार किशोर प्रसाद की गैर मौजूदगी में प्रभारी वित्त मंत्री के तौर पर मंत्री मंगल पांडे ने सदन में पेश किया। इसके बाद अध्यक्ष ने सोमवार 11:00 बजे के लिए सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी।
जानकारी के अनुसार, मौजूदा सत्र में 27 और 28 जून को राजकीय विधेयक और अन्य राजकीय कार्य होंगे। 29 जून को अनुपूरक बजट पर वाद-विवाद होगा, जिसपर सरकार उत्तर देगी। 30 जून को गैर सरकारी संकल्प विधान मंडल में पेश किये जायेंगे।
बिहार विधानमंडल मानसून सत्र में सदन के पटल पर रखे गए 11 विधेयक
mounsoon sestion in bihar vidhan sabha
इधर, बिहार विधान मंडल के मानसून सत्र के पहले दिन शुक्रवार को सदन के पटल पर 11 विधेयकों को रखा गया। इसके साथ विधानमंडल में वित्तीय वर्ष 2022-23 के आय व्ययक से संबंधित प्रथम अनुपूरक व्यय विवरणी पेश किया गया।
उप मुख्यमंत्री एवं वित्त मंत्री तार किशोर प्रसाद की गैर मौजूदगी में प्रभारी वित्त मंत्री के तौर पर मंत्री मंगल पांडेय ने इस प्रस्ताव को विस में रखा। 2022-23 में प्रस्तावित राशि 43,775.2315 करोड़ रुपये है, जिसमें वार्षिक स्कीम मद में 25,765.9789 करोड़ रुपये है। स्थापना एवं प्रतिबद्ध व्यय मद में 17,954.7428 करोड़ रुपये एवं केंद्रीय क्षेत्र स्कीम मद में 54,5098 करोड़ रुपये है।
सदन के पटल पर रखे गए विधेयक
बिहार विनियोग विधेयक 2022, बिहार विनियोग (2) विधेयक 2022, बिहार कराधान विधि (समय-सीमा प्रावधानों का शिथिलिकरण) विधेयक 2022, बिहार शहरी आयोजना तथा विकास (संशोधन) विधेयक 2022, बिहार कृषि विवि
(संशोधन) विधेयक 2022, बिहार राज्य विवि सेवा आयोग (संशोधन) विधेयक 2022, बिहार पुलिस (संशोधन) विधेयक 2022, बिहार राजकोषीय उत्तर दायित्व एवं बजट प्रबंधन (संशोधन विधेयक 2022, बिहार नगर पालिका (संशोधन) विधेयक 2022, बिहार मद्य निषेध और उत्पाद (संशोधन) विधेयक 2022 और बिहार निजी विवि (संशोधन) विधेयक 2021 है।
11 विधेयकों को सदन के पटल पर रखे जाने के बाद शोक प्रकाश हुआ और इसके बाद सदन की कार्यवाही सोमवार तक के लिए स्थगित कर दी गई। सदन की कार्यवाही 30 जून तक चलेगी। पांच दिनों तक चलने वाले इस बजट सत्र में कुल पांच बैठक होनी है।