पटना। बिहार लोक प्रशासन एवं ग्रामीण विकास संस्थान (बिपार्ड) द्वारा ‘बिहार विजन डॉक्यूमेंट @2047’ के निर्माण को लेकर आयोजित अंतर-विभागीय परामर्श कार्यशाला में बिपार्ड के महानिदेशक केके पाठक ने बिहार के समग्र विकास के लिए सामूहिक प्रयास और टीमवर्क पर बल दिया।
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2047 का विजन: समृद्ध और विकसित बिहार का सपना
केके पाठक ने कहा:
“बिहार की प्रगति तभी संभव है, जब सभी विभाग मिलकर कार्य करें और आपसी समन्वय के साथ एकीकृत दृष्टिकोण अपनाएं।”
बिपार्ड द्वारा यह कार्यशाला राज्य की दीर्घकालिक विकास योजनाओं को सतत, समावेशी और परिवर्तनकारी बनाने की दिशा में एक अहम पहल है।
मुख्य बिंदु:
- डॉ. बी. राजेंद्र का समर्थन:
- बिहार @2047 का विजन डॉक्यूमेंट राज्य की आकांक्षाओं को साकार करेगा।
- यह प्रदेश की प्रमुख चुनौतियों का समाधान प्रस्तुत करते हुए सतत और समावेशी विकास का मार्ग प्रशस्त करेगा।
- विभागीय लक्ष्यों की प्रस्तुति:
- कार्यशाला में विभिन्न विभागों के प्रतिनिधियों ने अपने लक्ष्य और रणनीतियां प्रस्तुत कीं।
- मौजूदा संसाधनों का बेहतर उपयोग कर चुनौतियों का समाधान करने पर जोर दिया गया।
- टैगलाइन सुझाव:
- “विकसित बिहार @2047” विषय पर विचार-विमर्श करते हुए टैगलाइन के सुझाव दिए गए।
विभागीय दृष्टिकोण:
- महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा):
- आयुक्त अभिलाषा शर्मा ने कहा कि विभाग का फोकस सामाजिक सशक्तिकरण और पर्यावरणीय स्थिरता पर रहेगा।
- कृषि विभाग:
- सचिव संजय अग्रवाल ने उन्नत कृषि उत्पादकता, नवाचार और प्रौद्योगिकी के समावेश के माध्यम से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने की आवश्यकता पर बल दिया।
- उन्होंने बिहार को कृषि व्यवसाय में अग्रणी राज्य बनाने की बात कही।
कार्यशाला की विशेषता
कार्यशाला में रचनात्मक विचार-विमर्श और सक्रिय भागीदारी के माध्यम से विभागीय प्रतिनिधियों ने विकसित बिहार-2047 के लिए अपने व्यक्तिगत विचार और सुझाव साझा किए।
बिहार के विकास की दिशा में कदम
बिपार्ड की इस पहल का मुख्य उद्देश्य 2047 तक बिहार को समृद्ध, सशक्त और आत्मनिर्भर राज्य के रूप में स्थापित करना है।
बिहार विजन डॉक्यूमेंट @2047 राज्य की दीर्घकालिक योजनाओं को नई दिशा देने में अहम भूमिका निभाएगा।