Bihar Weather: जीवन की रफ्तार पर लगाम कसती, हड्डियों तक ठिठुरन पहुंचाती पछुआ हवाओं ने एक बार फिर बिहार को अपनी गिरफ्त में ले लिया है। आसमान में छाई धुंध और सड़कों पर सन्नाटा, यह सिर्फ मौसम नहीं, बल्कि एक चुनौती है जिसका सामना प्रदेश कर रहा है। मौसम विभाग ने आज पूरे प्रदेश में घने कोहरे और कोल्ड-डे के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। यह चेतावनी दर्शाती है कि आने वाले दिनों में सर्दी और भी प्रचंड रूप लेने वाली है।
Bihar Weather: इन जिलों में दिखेगा ठंड का सबसे ज्यादा असर
बिहार में पछुआ हवाओं का असर लगातार गहराता जा रहा है, जिससे कनकनी बढ़ गई है। मौसम विभाग के अनुसार, अगले 4 से 5 दिनों तक राज्य में इसी तरह की ठंड और कोहरे की स्थिति बनी रहने की आशंका है। विशेष रूप से 10 जिलों में घने कुहासे और भीषण ठंड का प्रकोप देखने को मिलेगा। इन जिलों में दृश्यता (Visibility) बहुत कम रहने की संभावना है, जिससे आवागमन प्रभावित हो सकता है। यह स्थिति न केवल सामान्य जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर रही है, बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी चुनौती बन रही है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
राजधानी पटना समेत बिहार के अधिकांश हिस्सों में सुबह और शाम के समय घना कोहरा छाया रहेगा। दिन में भी धूप कम निकलेगी, जिससे ठंड से राहत मिलने की उम्मीद कम है। मौसम वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि इस दौरान न्यूनतम तापमान में और गिरावट आ सकती है। लोगों को सुबह-शाम घरों से निकलने से पहले पर्याप्त गर्म कपड़े पहनने और अलाव का सहारा लेने की सलाह दी गई है।
मौसम विभाग की चेतावनी और बचाव के उपाय
मौसम विभाग ने घने कोहरे और कोल्ड-डे की स्थिति को देखते हुए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जिसका अर्थ है कि लोगों को सतर्क रहने और आवश्यक सावधानियां बरतने की जरूरत है। बुजुर्गों, बच्चों और बीमार व्यक्तियों को विशेष रूप से इस ठंड का प्रकोप से बचाना चाहिए। उन्हें अनावश्यक रूप से घर से बाहर निकलने से बचना चाहिए। वाहन चालकों को भी सतर्क रहने की हिदायत दी गई है, क्योंकि घने कोहरे के कारण सड़कों पर दृश्यता काफी कम हो जाएगी, जिससे दुर्घटनाओं की आशंका बढ़ जाती है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
चिकित्सकों ने इस मौसम में सर्दी, खांसी, जुकाम और सांस संबंधी बीमारियों से बचाव के लिए गर्म पेय पदार्थों का सेवन करने और पौष्टिक आहार लेने की सलाह दी है। इसके अलावा, हीटर और ब्लोअर का इस्तेमाल करते समय उचित वेंटिलेशन का ध्यान रखें ताकि कार्बन मोनोऑक्साइड विषाक्तता से बचा जा सके। प्रदेश के किसान भाइयों को भी अपनी फसलों की विशेष देखभाल करने की सलाह दी गई है, ताकि पाले के कारण होने वाले नुकसान से बचा जा सके। देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें। इस बीच, प्रशासन ने भी सार्वजनिक स्थानों पर अलाव की व्यवस्था करने और बेघर लोगों को आश्रय प्रदान करने के लिए कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।




