पटना मौसम समाचार
बिहार में नवंबर का महीना खत्म भी नहीं हुआ और सर्दी ने अपना रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया है। पछुआ हवाओं के तीखे तेवर ने लोगों को कंपकंपाने पर मजबूर कर दिया है। आलम यह है कि पारा रिकॉर्ड तोड़ गिरावट दर्ज कर रहा है और मौसम विभाग की मानें तो ये तो बस शुरुआत है!
पछुआ हवाओं ने बदला मौसम का मिजाज
प्रदेश में समय से पहले ठंड के इस प्रचंड प्रकोप का मुख्य कारण मैदानी इलाकों में बहने वाली तेज पछुआ हवा है। इन हवाओं ने मौसम का मिजाज पूरी तरह से बदल दिया है। दिन में हल्की धूप निकलने के बावजूद शाम होते ही ठंडी हवाएं सिहरन पैदा कर रही हैं। रात और सुबह के वक्त ठंड का असर सबसे ज्यादा देखने को मिल रहा है, जिससे न्यूनतम तापमान में लगातार गिरावट हो रही है।
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, पछुआ हवाओं की गति और प्रभाव के कारण आने वाले दिनों में ठंड का असर और भी गहरा सकता है। लोगों को गर्म कपड़ों का सहारा लेना पड़ रहा है और सुबह-शाम घरों से निकलना मुश्किल होता जा रहा है।
रोहतास सबसे ठंडा, 6 जिलों में पारा सिंगल डिजिट में
तापमान में आई इस भारी गिरावट ने रोहतास जिले को प्रदेश का सबसे ठंडा स्थान बना दिया है। यहां का न्यूनतम तापमान रिकॉर्ड स्तर पर लुढ़क गया है, जिससे आम जनजीवन प्रभावित हुआ है। सिर्फ रोहतास ही नहीं, बल्कि राज्य के कम से कम छह जिलों में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे यानी सिंगल डिजिट में दर्ज किया गया है।
इन जिलों में शामिल हैं:
- रोहतास
- गया
- औरंगाबाद
- बांका
- नवादा
- सीवान
इन इलाकों में सुबह के समय घना कोहरा भी देखने को मिल सकता है, जिससे विजिबिलिटी पर असर पड़ेगा।
अगले 48 घंटे भारी, विभाग ने जारी की चेतावनी
मौसम विभाग ने आने वाले दो दिनों के लिए चेतावनी जारी की है। पूर्वानुमान के मुताबिक, अगले 48 घंटों में ठंड का शिकंजा और कसने वाला है। पछुआ हवाओं का जोर बना रहेगा, जिससे न्यूनतम तापमान में और 2 से 3 डिग्री की गिरावट हो सकती है। विभाग ने लोगों को, विशेषकर बच्चों और बुजुर्गों को ठंड से बचने के लिए आवश्यक सावधानी बरतने की सलाह दी है। प्रदेश के कई अन्य जिलों में भी पारा तेजी से नीचे गिरने की संभावना है।


