Bihar Weather: जैसे प्रकृति ने अपना सबसे सर्द आंचल बिहार पर डाल दिया हो। चारों ओर कंपकंपी, सुबह में धुंध की चादर और हवा में घुली सिहरन, ये कहानी है बिहार के मौजूदा मौसम की।
बिहार वेदर अपडेट्स: Patna में घना कोहरा, कैमूर में हड्डी गलाने वाली ठंड, 22 दिसंबर से ‘असली ठंड’ की दस्तक
बिहार वेदर: 22 दिसंबर के बाद क्या होगा?
बिहार इस वक्त मौसम के सबसे खतरनाक चक्रव्यूह में फंसा हुआ है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। एक तरफ कैमूर जैसे जिलों में पारा 6.6 डिग्री सेल्सियस तक लुढ़क गया है, जो हड्डियों को गला देने वाली ठंड का अहसास करा रहा है। वहीं, राजधानी पटना समेत राज्य के अधिकांश हिस्सों में सुबह से ही धुंध की मोटी चादर पसरी रहती है, जिससे जनजीवन थम सा गया है। दृश्यता इतनी कम है कि सड़कों पर वाहन रेंगते हुए चल रहे हैं और लोगों को अपने घरों से निकलने में भी हिचकिचाहट हो रही है।
मौसम विभाग की मानें तो यह सिर्फ शुरुआत भर है। 22 दिसंबर को ‘असली ठंड’ की दस्तक मानी जा रही है, जिसके बाद हालात और भी भयावह हो सकते हैं। आने वाले दिनों में तापमान में और गिरावट आने की संभावना है, जिससे शीतलहर का प्रकोप बढ़ सकता है। खासकर सुबह और देर रात के समय कड़ाके की ठंड पड़ने का अनुमान है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। घने कोहरे के कारण ट्रेनों और उड़ानों पर भी असर पड़ना शुरू हो गया है।
विशेषज्ञों ने लोगों को खासकर बच्चों और बुजुर्गों को ठंड से बचाव के लिए आवश्यक उपाय करने की सलाह दी है। गर्म कपड़े पहनने, अलाव का सहारा लेने और घर से अनावश्यक रूप से बाहर न निकलने की अपील की जा रही है। देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें: देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
जनजीवन पर भीषण ठंड का असर
राज्य के 24 जिलों में घने कोहरे को लेकर अलर्ट जारी किया गया है। इसका मतलब है कि इन क्षेत्रों में सुबह के समय विजिबिलिटी बहुत कम रहेगी, जिससे आवागमन प्रभावित होगा। ऐसी स्थिति में सड़क दुर्घटनाओं का खतरा भी बढ़ जाता है, इसलिए वाहन चालकों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। किसान अपनी फसलों को पाले से बचाने के लिए चिंतित हैं, जबकि दैनिक मजदूर वर्ग के लिए यह ठंड रोजी-रोटी का संकट पैदा कर रही है। ग्रामीण इलाकों में अलाव ही एकमात्र सहारा बने हुए हैं और लोग घरों में दुबकने को मजबूर हैं। ठंड और कोहरे की जुगलबंदी ने बिहार के जनजीवन को पूरी तरह से प्रभावित कर दिया है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।


