back to top
27 नवम्बर, 2025

बिहार में अब बसें चलाएंगी महिलाएं, सरकार 200 ‘दीदियों’ को बनाएगी ड्राइवर, जानें पूरी योजना

spot_img
spot_img
- Advertisement - Advertisement

पटना, देशज टाइम्स।बिहार की सड़कों पर जल्द ही एक बड़ा और प्रगतिशील बदलाव दिखने वाला है. अब तक जिन बसों की स्टीयरिंग पुरुषों के हाथ में होती थी, उसकी कमान अब महिलाएं संभालेंगी. बिहार सरकार ने महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक ऐतिहासिक फैसला लेते हुए ‘जीविका दीदियों’ को बस ड्राइवर बनाने की घोषणा की है.

- Advertisement - Advertisement

क्या है सरकार की योजना?

राज्य सरकार ने फैसला किया है कि विशेष रूप से महिलाओं के लिए चलाई जाने वाली ‘पिंक बसों’ की ड्राइविंग सीट पर अब महिलाएं ही होंगी. इस पहल के तहत, प्रथम चरण में 200 महिलाओं को ड्राइवर और कंडक्टर के पदों पर नियुक्त किया जाएगा. यह कदम न केवल महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाएगा, बल्कि सार्वजनिक परिवहन में महिला यात्रियों के लिए एक सुरक्षित माहौल भी तैयार करेगा.

- Advertisement - Advertisement
यह भी पढ़ें:  बिहार में 'डिजिटल स्ट्राइक'! जेल से लेकर सोशल मीडिया तक सरकार का मेगा एक्शन प्लान तैयार

इस योजना के माध्यम से सरकार उन महिलाओं को रोजगार का अवसर दे रही है जो पारंपरिक रोजगारों से अलग कुछ करना चाहती हैं. जीविका मिशन से जुड़ी महिलाओं को इसमें प्राथमिकता दी जाएगी, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत होने में मदद मिलेगी.

- Advertisement -

IDTR में दी जाएगी विशेष ट्रेनिंग

ड्राइविंग जैसे पेशेवर काम के लिए कौशल और सटीकता की आवश्यकता होती है. इसे ध्यान में रखते हुए, चयनित महिलाओं को पटना स्थित ड्राइविंग ट्रेनिंग एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट (IDTR) में भारी वाहन चलाने का विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा. यह ट्रेनिंग पूरी तरह से पेशेवर मानकों के अनुरूप होगी, ताकि महिलाएं आत्मविश्वास और सुरक्षा के साथ सड़कों पर बसें चला सकें.

यह भी पढ़ें:  Bihar NDA की जीत पर J. P. Nadda का 'धन्यवाद डिनर', दिल्ली में जुटेंगे शाह समेत कई दिग्गज, क्या पक रही खिचड़ी?

रोजगार के साथ बढ़ेगा आत्मविश्वास

यह योजना सिर्फ एक नौकरी नहीं, बल्कि महिलाओं के आत्मविश्वास को नई ऊंचाई देने का एक माध्यम भी है. जब महिलाएं बस ड्राइवर जैसी चुनौतीपूर्ण भूमिका में नजर आएंगी, तो समाज में लैंगिक समानता को लेकर एक सकारात्मक संदेश जाएगा. इस योजना की मुख्य बातें इस प्रकार हैं:

  • कुल 200 महिलाओं को ड्राइवर और कंडक्टर के रूप में रोजगार मिलेगा.
  • चयनित महिलाओं को सरकार की ओर से पेशेवर ड्राइविंग ट्रेनिंग दी जाएगी.
  • यह योजना ‘जीविका’ मिशन से जुड़ी महिलाओं पर केंद्रित होगी.
  • इसका मुख्य उद्देश्य महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना और गैर-पारंपरिक क्षेत्रों में उनकी भागीदारी बढ़ाना है.
यह भी पढ़ें:  बिहार में बदलेगी उद्योगों की तस्वीर? सरकार का नया SEZ प्लान क्या है? मखाना-शहद पर खास फोकस, पढ़िए

सड़क सुरक्षा पर भी दिया गया जोर

इस घोषणा के दौरान संबंधित मंत्री ने राज्य में सड़क सुरक्षा के महत्व पर भी प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि सरकार दुर्घटनाओं को कम करने के लिए प्रतिबद्ध है. इसके लिए राज्य भर में हेलमेट और सीटबेल्ट जांच अभियानों को और तेज करने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि लोग यातायात नियमों का सख्ती से पालन करें. सरकार का लक्ष्य सुरक्षित परिवहन के साथ-साथ कुशल ड्राइवर्स तैयार करना भी है.

- Advertisement -

जरूर पढ़ें

पूर्णिया के GD गोयनका पब्लिक स्कूल ने लहराया परचम, निरीक्षण टीम ने जमकर की तारीफ

पूर्णिया न्यूज़: शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्टता हासिल करना किसी भी संस्थान के लिए...

IAS संजीव हंस के करीबी ठेकेदार रिशुश्री पर ED का शिकंजा, 9 ठिकानों पर छापेमारी में 33 लाख कैश बरामद

राजधानी पटना सहित बिहार के कई शहरों में शुक्रवार की सुबह से ही सरकारी...

रोसड़ा नगर परिषद में बड़ी कार्रवाई: कार्यपालक पदाधिकारी के ठिकानों से करोड़ों की नकदी-जेवर बरामद, मचा हड़कंप

समस्तीपुर। रोसड़ा से एक बड़ी खबर सामने आई है, जिसने पूरे नगर परिषद क्षेत्र...

ऑपरेशन थिएटर में मरीज, डॉक्टर साहब घर पर! मुजफ्फरपुर MCH में जान से खिलवाड़ पर मचा बवाल

मुजफ्फरपुर न्यूज़ बिहार की स्वास्थ्य व्यवस्था पर अक्सर सवाल उठते हैं, लेकिन इस बार मुजफ्फरपुर...
error: कॉपी नहीं, शेयर करें