बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में रिकॉर्ड मतदान के बाद नतीजे अब लगभग स्पष्ट हो चुके हैं। शाम 7:30 बजे तक की गिनती के अनुसार एनडीए 204 सीटों पर, जबकि महागठबंधन 33 सीटों पर आगे चल रहा है। यही रुझान अब अंतिम परिणाम में बदलता दिख रहा है।
बिहार की 243 विधानसभा सीटों में सरकार बनाने के लिए 122 सीटों की आवश्यकता होती है, और एनडीए ने यह आंकड़ा आराम से पार कर लिया है। कुछ सीटों पर आधिकारिक नतीजे भी घोषित हो चुके हैं।
दिल्ली में बीजेपी मुख्यालय में जश्न, पीएम मोदी पहुंचे
रिजल्ट आते ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भाजपा मुख्यालय पहुंचे, जहाँ पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा और अन्य वरिष्ठ नेताओं ने गुलदस्ता भेंट कर उनका स्वागत किया। पीएम मोदी ने पारंपरिक बिहारी अंदाज में गमछा लहराकर कार्यकर्ताओं का अभिवादन स्वीकार किया।
#WATCH | Prime Minister Narendra Modi receives a warm welcome as he arrives at the party headquarters in Delhi
The National Democratic Alliance (NDA) is set to secure a historic win in Bihar#BiharElection2025 pic.twitter.com/8fsAVzM3Pq
— ANI (@ANI) November 14, 2025
भाजपा मुख्यालय स्थित मंच से प्रधानमंत्री मोदी ने एनडीए की बड़ी जीत पर जनता का धन्यवाद करते हुए कहा—
“बिहार की जनता ने गर्दा उड़ा दिया। फिर एक बार एनडीए सरकार।”
उनके भाषण के दौरान बार-बार गमछा हिलाने का दृश्य कार्यकर्ताओं में उत्साह बढ़ाता दिखा, जिसे मीडिया और सोशल प्लेटफॉर्म पर खूब वायरल किया जा रहा है।
पीएम मोदी का संबोधन: “लोकनायक, कर्पूरी ठाकुर को नमन”
Speaking from the @BJP4India HQ.
https://t.co/z9kQk3U2be— Narendra Modi (@narendramodi) November 14, 2025
जश्न के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में
• लोकनायक जयप्रकाश नारायण
• समाजवादी नेता कर्पूरी ठाकुर
को नमन करते हुए कहा कि बिहार की जनता ने विकास और स्थिरता के पक्ष में प्रचंड जनादेश दिया है। उन्होंने बताया कि उन्होंने चुनाव अभियान की शुरुआत कर्पूरी ठाकुर के गांव से की थी, जिसका विशेष प्रतीकात्मक महत्व है।
बेगूसराय में भी दिखी ‘गमछा जुगलबंदी’
चुनावी प्रचार के दौरान बिहार में ‘गमछा पॉलिटिक्स’ एक मजबूत प्रतीक बनकर उभरी। विशेष रूप से बेगूसराय की रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जुगलबंदी चर्चाओं का विषय रही।
• पीएम मोदी ने पारंपरिक अंदाज़ में गमछा लहराया
• नीतीश कुमार हाथ जोड़कर अभिवादन करते दिखे
• यह दृश्य सोशल मीडिया पर तेज़ी से वायरल हो गया
गंगा नदी पर बने नव-निर्मित सिक्स लेन पुल के उद्घाटन के दौरान भी दोनों नेताओं की इसी शैली ने जनता में उत्साह बढ़ाया।
बिहार की राजनीति में ‘गमछा’ एक पुराना प्रतीक
बिहार में ‘गमछा पॉलिटिक्स’ नई नहीं है।
लालू प्रसाद यादव, तेजस्वी यादव सहित कई नेता चुनावों और जनसभाओं में गमछे का इस्तेमाल सादगी, जुड़ाव और ज़मीनी राजनीति के प्रतीक के रूप में करते रहे हैं।
इस चुनाव में प्रधानमंत्री मोदी ने भी कई रैलियों में गमछा अपने साथ रखा, जिसने इसे एक चुनावी प्रतीक का रूप दे दिया है।
गमछा केवल वस्त्र नहीं, बल्कि बिहार की सांस्कृतिक पहचान और राजनीतिक भाषा का हिस्सा बन चुका है।
अंतिम संकेत: जनता ने स्पष्ट जनादेश दे दिया
रुझानों के आधार पर स्पष्ट है कि—
• बिहार ने इस चुनाव में स्थिर नेतृत्व को प्राथमिकता दी
• एनडीए की संयुक्त रणनीति सफल रही
• महागठबंधन को बड़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ा
• रिकॉर्ड महिला और युवा मतदान का बड़ा असर दिखा
एनडीए की यह जीत अब 2025 की राजनीतिक दिशा तय करने वाली साबित होगी।






