राजनीतिक ड्रामा, वरिष्ठ नेता की अनदेखी, अंदरूनी मतभेद, और सस्पेंस यही है आज की BJP की बैठक। मंच पर नहीं मिली कुर्सी, नाराज़ होकर चले गए अश्विनी चौबे! पटना में मचा सियासी भूचाल। राजनाथ सिंह के सामने मंच से उतर गए अश्विनी चौबे!@पटना,देशज टाइम्स।
| Bihar Election 2025: कार्यक्रम में कुर्सी नहीं, कार्यक्रम से बाहर!
अंदरूनी कलह की झलक या महज़ संयोग? भाजपा के दिग्गज नेता को नहीं मिली कुर्सी, छोड़ दिया कार्यक्रम – क्या ये 2025 की हलचल है? कार्यक्रम में कुर्सी नहीं, कार्यक्रम से बाहर! भाजपा बैठक से पहले ही चले गए अश्विनी चौबे।क्या भाजपा में गहराता जा रहा है अंदरूनी विवाद? मंच से बाहर हुए अश्विनी चौबे से उठे सवाल
| Bihar Election 2025: BJP के लिए आने वाले चुनाव से पहले चेतावनी का संकेत?
बिहार में भाजपा नए नेतृत्व और रणनीति के साथ विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारी में है। लेकिन वरिष्ठ नेताओं की नाराजगी और मंच विवाद जैसे घटनाक्रम, चुनाव से पहले पार्टी के लिए नुकसानदेह हो सकते हैं। बैठक में दिखी नाराजगी की झलक! पटना BJP बैठक में मंच विवाद, क्या वरिष्ठ नेताओं की अनदेखी हो रही है? बिहार चुनाव से पहले BJP में अंदरूनी कलह? चौबे को नहीं मिली कुर्सी! चौबे मंच से उतरे और चले गए, क्या पार्टी में सबकुछ ठीक है?
| Bihar Election 2025: BJP की पटना बैठक में मंच पर कुर्सी विवाद, नाराज दिखे अश्विनी चौबे, दिखा सियासी संकेत?
पटना, देशज टाइम्स। आगामी बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले भारतीय जनता पार्टी (BJP) की प्रदेश कार्यसमिति की अहम बैठक बुधवार को पटना के ज्ञान भवन में आयोजित की गई। इस बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ पार्टी के कई बड़े नेता शामिल हुए, लेकिन इसी दौरान एक अप्रत्याशित घटनाक्रम ने सियासी गलियारों में हलचल पैदा कर दी।
| Bihar Election 2025: मंच पर नहीं मिली कुर्सी, नाराज हुए अश्विनी चौबे
बैठक में जब पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे मंच पर पहुंचे, तो उन्हें अपने नाम की कोई कुर्सी नहीं मिली। उन्होंने मंच पर सभी कुर्सियों को देखा, लेकिन हर जगह पहले से अन्य नेता बैठे थे। यह देखकर वे असहज हो गए और तेज़ी से मंच से नीचे उतर गए। मंच से उतरने के कुछ ही देर बाद उन्होंने कार्यक्रम स्थल छोड़ दिया। दरअसल, अश्विन चौबे के नाम की कोई कुर्सी भी वहां नहीं थी। इसको देख बक्सर के पूर्व सांसद अश्विनी चौबे केवल रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का अभिवादन करने के बाद वहां से चले गए।
| Bihar Election 2025: यह हुआ, साथ-साथ थे, फिर उतर गए
प्रदेश कार्यसमिति की अहम बैठक का उद्घाटन करने आज रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह पटना ज्ञान भवन पहुंचे थे। इस दौरान मंच पर जाने के दौरान तक अश्विन चौबे राजनाथ सिंह के साथ थे। भाजपा प्रभारी विनोद तावड़े, उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी समेत कई वरिष्ठ नेता भी उनके पीछे चल रहे थे लेकिन अचानक जब अश्विनी चौबे मंच पर पहुंचे तो वहां कहीं उनके पास की कोई कुर्सी नहीं थे जो थी उसपर अन्य वरिष्ठ भाजपा नेता बैठे थे। यह नजारा देख अश्विनी चौबे के लिए मंच से तेज कदमों से नीचे उतर गए।
| Bihar Election 2025: पत्रकारों के सवाल पर चौबे का हल्का जवाब
जब मीडिया ने सवाल किया कि वे कार्यक्रम शुरू होने से पहले ही क्यों जा रहे हैं, तो चौबे ने कहा:
“ऐसी कोई बात नहीं है। मैं सिर्फ राजनाथ सिंह जी से मिलने आया था। अब मुझे गांधी मैदान में किसी कार्यक्रम में जाना है।”
लेकिन उनके इस जवाब ने राजनीतिक चर्चाओं को शांत नहीं किया।
| Bihar Election 2025: BJP में अंदरूनी मतभेद के संकेत?
इस घटनाक्रम ने यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या भाजपा में आंतरिक असंतोष बढ़ रहा है? एक ओर जहां मंच पर वरिष्ठ नेता को उचित स्थान नहीं मिला, वहीं दूसरी ओर कार्यक्रम से उनका यूं अचानक निकल जाना कई तरह के राजनीतिक संकेत दे गया।
| Bihar Election 2025: चौबे की राजनीतिक पृष्ठभूमि रही है प्रभावशाली
2014 और 2019 में बक्सर लोकसभा सीट से जीत चुके हैं अश्विनी चौबे। नरेंद्र मोदी सरकार में मंत्री भी रहे। 2024 के लोकसभा चुनाव में टिकट नहीं मिला, और भाजपा को बक्सर में हार का सामना करना पड़ा। उन्होंने नीतीश सरकार में भी मंत्री पद संभाला था, लेकिन मोदी के समर्थन में हमेशा मुखर रहे।
| Bihar Election 2025: कार्यक्रम में मंच विवाद या रणनीतिक संदेश?
भले ही अश्विनी चौबे ने इसे एक सामान्य बात कहकर टालने की कोशिश की हो, लेकिन कार्यकर्ताओं और राजनीतिक विश्लेषकों के बीच यह एक बड़ा संदेश बन गया है। क्या यह केवल एक संगठनात्मक चूक थी? या फिर वरिष्ठ नेताओं को दरकिनार करने की कोई नवीन रणनीति का हिस्सा?