बिहार में महागठबंधन सरकार के नए मंत्रियों का शपथग्रहण 15 अगस्त के बाद होगा। सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने गुरुवार को इसकी जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि जल्द ही मंत्रिपरिषद का विस्तार कर लिया जाएगा। 15 अगस्त के बाद कभी भी विस्तार हो सकता है। बिहार विधानसभा का विशेष सत्र 24 और 25 अगस्त को बुलाने पर फैसला लिया गया है। 25 तारीख को विधानसभा स्पीकर का चुनाव होगा।
जय बाबा केदार..!
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जानकारी के अनुसार,नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने बुधवार को 8वीं बार बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। शपथग्रहण के बाद शाम में कैबिनेट की बैठक बुलाई गई, जिसमें डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव भी शामिल रहे। इसमें फैसला लिया गया कि विधानसभा का विशेष सत्र 24 और 25 अगस्त को बुलाया जाएगा। इस संबंध में राज्यपाल फागू चौहान को प्रस्ताव भेजकर मंजूरी ली जाएगी। विधानसभा में नीतीश सरकार बहुमत साबित करेगी।
विधानसभा सत्र से पहले बिहार में नए मंत्रिपरिषद का विस्तार कर लिया जाएगा। जेडीयू के पुराने पुराने मंत्रियों को नई कैबिनेट में भी जगह दी जाएगी। आरजेडी की ओर से सर्वाधिक 16 मंत्री बनाए जा सकते हैं। इसके अलावा कांग्रेस और हम को भी मंत्रिपरिषद में शामिल किया जाएगा।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को पत्रकार के सवाल पर मंत्रिपरिषद विस्तार के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि 15 अगस्त के बाद मंत्रिपरिषद का विस्तार हो जाएगा। यानी कि स्वतंत्रता दिवस के बाद कभी भी नए मंत्री शपथ ले सकते हैं।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से गृह विभाग को लेकर भी सवाल किया गया लेकिन नीतीश ने इसका कोई सीधा जवाब नहीं दिया। नीतीश यह कहकर आगे बढ़ गए कि इसकी चिंता आप क्यों कर रहे हैं। मीडिया के सवालों का नीतीश ने गृह विभाग को लेकर कोई जवाब नहीं दिया। दरअसल, चर्चा यह है कि गृह विभाग तेजस्वी यादव के पास जा सकता है लेकिन जानकार सूत्रों से जो मिली है उसके मुताबिक नीतीश गृह विभाग अपने पास ही रखेंगे।
वहीं, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने बीजेपी (BJP) पर हमला करते कहा कि उनकी पार्टी जेडीयू (JDU) को खत्म करने की साजिश रची गई है। उपराष्ट्रपति (Vice President) पद के लिए कभी भी दावेदारी नहीं की है। उन्होंने बीजेपी नेता सुशील मोदी (Sushil Modi) के उस बयान को जमकर लताड़ा, जिसमें उन्होंने कहा था कि नीतीश कुमार उपराष्ट्रपति बनना चाह रहे थे।
उन्होंने ये भी कहा कि अब विपक्ष एकजुट होकर साथ आगे बढ़ेगा। नीतीश कुमार ने कहा कि अब मजूबूती के साथ महागठबंधन की सरकार चलेगी। वहीं बीजेपी ने नीतीश कुमार के आरोपों का खंडन किया है। बीजेपी का कहना है कि नीतीश कुमार अपने गिरेबां में झांककर देखें। वो बीजेपी पर बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं।
नीतीश कुमार ने बीजेपी के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि वो कभी भी उपराष्ट्रपति नहीं बनना चाहते थे। उन्होंने बीजेपी का नाम लिए बिना कहा कि जिसको जो बोलना है बोलने दीजिए। उन्होंने पत्रकारों के सवाल के जवाब में कहा कि आपने एक आदमी को ये कहते हुए सुना है कि वो उपराष्ट्रपति बनना चाहते थे। क्या मजाक है। फर्जी है ये सब। मेरी कोई ऐसी इच्छा नहीं थी।