सीबीआई ने दो लाख रुपए की घूसखोरी में पूर्व मध्य रेलवे के एक डिप्टी सीएमएम और दो अन्य को गिरफ्तार करते हुए बड़ी कामयाबी पाई है। टीम ने आठ (CBI arrested 3 people including Deputy CMM of East Central Railway Hazipur (Bihar) in bribery of two lakhs) स्थानों पर तलाशी ली गई थी।
चपरासी को मोहरा बनाकर डिप्टी सीएमएम चला रहा था रैकेट
चपरासी और एक अन्य व्यक्ति को हथियार बनाकर डिप्टी सीएमएम अवैध वसूली का अपना कारोबार चला रहे थे। सीबीआई को भनक लगते ही CBI ने जाल बिछाया। फिर इस जाल में 2 लाख की घूसखोरी चपरासी के माध्यम से लेते पूर्व मध्य रेलवे Hazipur (Bihar) के Deputy CMM को दबोच लिया। इसके बाद पूरे मामले में चपरासी समेत 3 लोगों को दबोचा गया। इससे पहले बिहार, झारखंड, महाराष्ट्र, तमिलनाडु और पंजाब के 08 अलग-अलग स्थानों पर सीबीआई ने दबिश मारी थी। तलाशी के बाद यह कार्रवाई सामने आई। पढ़िए पूरी खबर
डिप्टी सीएमएम, निजी व्यक्ति और एक चपरासी गिरफ्तार
इसमें, सीबीआई ने दो लाख रुपए की घूसखोरी में पूर्व मध्य रेलवे, हाज़ीपुर(बिहार) के डिप्टी सीएमएम(आईआरएसएस-2012); एक निजी व्यक्ति व एक चपरासी को गिरफ्तार किया।
निविदा आवंटित करने के एवज में वसूलते थे रिश्वत
सीबीआई ने डिप्टी सीएमएम, पूर्व मध्य रेलवे, हाजीपुर (बिहार) एवं अन्यों जिनमें निजी व्यक्ति/निजी कंपनी के प्रतिनिधि, एक चपरासी आदि शामिल है, के विरुद्ध मामला दर्ज किया। इस मामले में आरोप है कि आरोपी, पूर्व मध्य रेलवे (ईसीआर) के ठेकेदारों से उनके पक्ष में निविदाएं आवंटित करने के एवज में अवैध रिश्वत वसूल किया करते थे।
डिप्टी सीएमएम, निजी व्यक्ति और एक चपरासी गिरफ्तार
आगे यह आरोप है कि तमिलनाडु स्थित एक निजी कंपनी, जिसे कथित तौर पर निविदा प्रक्रिया में लाभ पहुंचाया गया था, की ओर से परस्पर संबंधित व्यक्तियों/फर्मों की एक श्रृंखला के माध्यम से रिश्वत की राशि का भुगतान किया जा रहा था।
सीबीआई ने जाल बिछाया और फिर फंसाया
सीबीआई ने जाल बिछाया एवं डिप्टी मुख्य सामग्री प्रबंधक, ईसीआर, हाजीपुर बिहार को चपरासी के माध्यम से दो लाख रुपए का अनुचित लाभ स्वीकार करने के दौरान पकड़ा।
बिहार, झारखंड, महाराष्ट्र, तमिलनाडु और पंजाब के 08 अलग-अलग स्थानों पर तलाशी
बिहार, झारखंड, महाराष्ट्र, तमिलनाडु और पंजाब के 08 अलग-अलग स्थानों पर तलाशी ली गई, जिससे विभिन्न आपत्तिजनक दस्तावेज, मोबाइल फोन बरामद हुए। गिरफ्तार आरोपियों को सक्षम न्यायालय के समक्ष पेश किया एवं न्यायिक हिरासत में भेजा गया।