Chhapra Road Accident: रफ़्तार की अंधाधुंध दौड़ और तकनीकी लापरवाही का जानलेवा खेल, छपरा की सड़कों पर फिर एक बार मौत बनकर उभरा। मंगलवार देर रात छपरा-मुजफ्फरपुर राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 722 पर हुए एक भीषण हादसे ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया, जब एक तेज रफ्तार स्कॉर्पियो का टायर फटने से वह अनियंत्रित होकर पलट गई।
Chhapra Road Accident: छपरा में NH-722 पर भीषण हादसा, स्कॉर्पियो का टायर फटने से कई घायल
Chhapra Road Accident: रफ्तार और लापरवाही का घातक मेल
यह घटना गड़खा थाना क्षेत्र के अलोनी बाजार के पास हुई, जहां स्कॉर्पियो (संख्या BR01PC2160) के आगे का टायर अचानक फट गया। टायर फटते ही वाहन पूरी तरह अनियंत्रित हो गया और सड़क किनारे पलट गया। इस भीषण टक्कर की आवाज इतनी तेज थी कि आसपास के लोग तुरंत मौके पर जमा हो गए।
स्थानीय लोगों ने तत्परता दिखाते हुए वाहन में फंसे घायलों को बाहर निकालना शुरू किया। बताया जा रहा है कि वाहन में कई लोग सवार थे, जिन्हें गंभीर चोटें आई हैं। सूचना मिलते ही गड़खा पुलिस भी मौके पर पहुंची और बचाव कार्य में जुट गई। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। पुलिस ने घायलों को नजदीकी अस्पताल पहुंचाया।
प्राथमिक जांच में सामने आया है कि वाहन तेज रफ्तार में था और टायर की खराब स्थिति भी हादसे का एक बड़ा कारण बनी। विशेषज्ञों का मानना है कि वाहन चालकों को टायर की जांच नियमित रूप से करनी चाहिए और निर्धारित गति सीमा का पालन करना बेहद जरूरी है ताकि ऐसी दुर्घटनाओं से बचा जा सके। सड़क सुरक्षा नियमों का पालन जीवन की सबसे बड़ी प्राथमिकता होनी चाहिए।
लगातार बढ़ रहे सड़क हादसे और चिंता
छपरा-मुजफ्फरपुर राष्ट्रीय राजमार्ग 722 पर हाल के दिनों में सड़क हादसों में वृद्धि देखने को मिली है। यह राजमार्ग अपनी खराब स्थिति और तेज रफ्तार वाहनों के कारण अक्सर दुर्घटनाओं का गवाह बनता है। स्थानीय लोगों ने कई बार प्रशासन से इस संबंध में उचित कार्रवाई की मांग की है, लेकिन स्थिति में सुधार होता नहीं दिख रहा है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें: देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
इस घटना ने एक बार फिर वाहनों के रखरखाव और यातायात नियमों के कड़ाई से पालन की आवश्यकता पर जोर दिया है। प्रशासन को भी सड़कों की मरम्मत और निगरानी पर विशेष ध्यान देना चाहिए, ताकि मासूम जिंदगियां यूं ही काल का ग्रास न बनें।




