Bihar Politics: मन लागो मेरो यार बिहार में…। क्या चिराग पासवान बिहार की राजनीति का नया चेहरा बनेंगे? “मेरा प्रदेश मुझे बुला रहा है।” – चिराग। बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट। दिल्ली नहीं, अब बिहार में मन लग रहा है…युवाओं की मांग, कार्यकर्ताओं का जोश! बिहार की राजनीति में नई हलचल…मन लागो मेरो यार बिहार में…चिराग पासवान लौटेंगे बिहार…
Oct, 2024। लोजपा प्रमुख चिराग पासवान ने कहा था
Oct, 2024। लोजपा प्रमुख चिराग पासवान ने कहा था, जिस दिन लगेगा कि संविधान के साथ खिलवाड़ हो रहा है, बाबा साहेब का दिया आरक्षण खतरे में है, उसी दिन मंत्री पद छोड़ दूंगा। अपने पिता को याद करते कहा था, उन्होंने केंद्रीय मंत्री पद को लात मार दी थी। मुझे भी मंत्री पद छोड़ने में एक मिनट नहीं लगेगा। वे एक सम्मान समारोह में बोल रहे थे। जब उन्होंने कहा कि मंत्री पद एक मिनट में छोड़ दूंगा, तो सभा में उपस्थित लोगों ने जोरदार नारों से समर्थन दिया। उनका यह वीडियो खूब वायरल हुआ था। अब…
राजनीतिक गलियारे में अचानक चर्चा तेज हो गई है
इसी के साथ राजनीतिक गलियारे में अचानक चर्चा तेज हो गई है कि क्या चिराग पासवान 2025 बिहार विधानसभा चुनाव से पहले एनडीए छोड़ेंगे। एनडीए में रहते हुए उन्हें 15 से 20 सीटें ही मिलेंगी। इतनी कम सीटों पर चुनाव लड़ कर वे बिहार की राजनीति में कुछ भी नहीं कर सकते। अगर पांच-सात विधायक जीते, तो वे बिहार की राजनीति को प्रभावित करने की स्थिति में नहीं रहेंगे।
वे स्वतंत्र रूप से 150-200 सीटों पर चुनाव लड़ कर पार्टी का विस्तार करना चाहेंगे या
इसके साथ ही जहां वे चुनाव नहीं लड़ेंगे, वहां उनके समर्थकों में निराशा आएगी, जो पार्टी के विस्तार के लिए अच्छा नहीं होगा। वे स्वतंत्र रूप से 150-200 सीटों पर चुनाव लड़ कर पार्टी का विसातर करना चाहेंगे या 15 सीटों पर लड़ कर मंत्री बने रहना, इस पर राजनीतिक गलियारे में मंथन जारी है। अचानक से हालिया, टीवी चैनल के इंटरव्यू में उन्होंने जो कहा, उसके बाद…फिर यह मामला सुर्खियों में है क्या..
चिराग पासवान का बड़ा संकेत – केंद्र छोड़कर बिहार की राजनीति में लौटने की तैयारी
लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने बिहार की राजनीति में सक्रिय वापसी के संकेत दिए हैं। एक कार्यक्रम में चिराग ने कहा कि “मेरा मन दिल्ली में नहीं लग रहा है, मुझे अपने राज्य वापस जाना है।” इस बयान ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है और चर्चा तेज कर दी है कि चिराग जल्द ही केंद्र सरकार से इस्तीफा दे सकते हैं।
‘बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट’ की सोच के साथ आगे बढ़ेंगे चिराग
चिराग पासवान ने साफ कहा कि बिहार ही उनकी राजनीति का केंद्र है।
टाइम्स नाउ समिट में उन्होंने कहा, “मेरी प्राथमिकता बिहार है। मैं ज्यादा समय तक केंद्र में नहीं रहना चाहता।”
उन्होंने भरोसा जताया कि 2030 में वे विधानसभा चुनाव लड़ेंगे।
कार्यकर्ताओं और युवाओं की मांग पर लिया निर्णय
चिराग ने कहा कि बिहार के युवाओं और पार्टी कार्यकर्ताओं की लगातार मांग है कि वे राज्य में सक्रिय भूमिका निभाएं।
उन्होंने कहा, “मेरी सभाओं में युवाओं की भीड़ यह दिखाती है कि मेरी जिम्मेदारी बिहार में है।”
केंद्र में रहकर निभाएंगे जिम्मेदारियां, लेकिन फोकस रहेगा बिहार पर
चिराग ने कहा कि वे केंद्रीय मंत्री के रूप में अपने कर्तव्यों का निर्वहन करेंगे।
लेकिन बिहार उनकी प्राथमिकता रहेगा और वे जल्द ही पूरी तरह राज्य की राजनीति में सक्रिय हो सकते हैं।
नीतीश कुमार के नेतृत्व पर जताया भरोसा
चिराग पासवान ने कहा कि 2025 विधानसभा चुनाव में एनडीए, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव लड़ेगा।
उन्होंने विश्वास जताया कि बिहार की जनता डबल इंजन सरकार पर भरोसा करती है और पूर्ण बहुमत से सरकार बनेगी।
चिराग पासवान: एक युवा नेता की पहचान
वर्ष 2013 में राजनीति में कदम रखते ही चिराग ने ‘बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट’ का नारा दिया।
उन्होंने युवाओं और शिक्षकों से संवाद कर राज्य के विकास और रोजगार के मुद्दों को प्रमुखता दी थी।
आज भी उनकी छवि एक युवा और विकासशील नेता के रूप में देखी जाती है, जो बिहार को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
निष्कर्ष: बिहार की राजनीति में नई हलचल..
चिराग पासवान का यह बयान बिहार की राजनीति में बड़े बदलाव के संकेत दे रहा है। यदि वे केंद्र सरकार से इस्तीफा देकर राज्य की राजनीति में पूरी तरह सक्रिय होते हैं, तो बिहार का राजनीतिक समीकरण नया मोड़ ले सकता है।