5 मिनट में तय होगी सिपारा से महुली की दूरी! शुरू हुआ बिहार का सबसे अहम रोड प्रोजेक्ट। अब पटना से गया-राजगीर की दूरी होगी आसान! देखिए कैसी दिखती है पटना की नई एलिवेटेड सड़क। पटना,देशज टाइम्स। पटना को मिला जाम से मुक्ति का रास्ता।
जानिए कितना बदलेगा आपका सफर
मीठापुर-महुली एलिवेटेड रोड से दक्षिण बिहार को बड़ा लाभ। आज, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को पटना में यातायात सुधार की दिशा में एक बड़ी सौगात दी।
घंटों का सफर मिनटों में…
आस-पास के जिलों से पटना आने में कम समय लगेगा।
माननीय मुख्यमंत्री श्री @NitishKumar जी ने ₹1105 करोड़ की लागत से बनी मीठापुर-महुली-पुनपुन परियोजना अंतर्गत भूपतिपुर से पुनपुन/NH-83/एलिवेटेड पथ का लोकार्पण किया।
उक्त मौके पर उप-मुख्यमंत्री श्री… pic.twitter.com/GQiowCJFyA
— Janata Dal (United) (@Jduonline) June 16, 2025
मीठापुर से महुली तक एलिवेटेड रोड का उद्घाटन करते हुए उन्होंने कहा कि यह परियोजना राजधानी पटना समेत दक्षिण बिहार के कई जिलों की कनेक्टिविटी को तेज और सुगम बनाएगी।
जाम से राहत और समय की बचत
मीठापुर, सिपारा, महुली और पुनपुन जैसे इलाकों में घंटों लगने वाला जाम अब 5-6 मिनट की दूरी में बदल गया है। इससे न सिर्फ समय की बचत होगी, बल्कि ईंधन खपत में भी कमी आएगी।
परियोजना का पूरा विवरण
बिंदु | विवरण |
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परियोजना का नाम | मीठापुर-महुली एलिवेटेड रोड |
कुल लागत | ₹1400 करोड़ लगभग |
फेज-I | सिपारा से महुली (4 लेन एलिवेटेड रोड – चालू) |
फेज-II | मीठापुर से सिपारा (2.10 किमी – निर्माणाधीन) |
फोरलेन एट-ग्रेड रोड | महुली से पुनपुन (2.20 किमी – निर्माणाधीन) |
निर्धारित समयसीमा | नवंबर 2025 |
तकनीकी विशेषताएं और संरचना
संरचना | विवरण |
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एलिवेटेड पथ | 5.5 किमी |
एट ग्रेड पथ | 6.754 किमी |
आरओबी (रेलवे ओवरब्रिज) | सिपारा लेवल क्रॉसिंग पर निर्माणाधीन |
भूपतिपुर अप-रैम्प | 1.10 किमी – महुली से पुनपुन जोड़ता है |
कुल जोड़ | 23 किमी लंबा 4 लेन नेटवर्क |
परियोजना से होने वाले प्रमुख लाभ
जाम से स्थायी राहत – भीड़भाड़ वाले इलाकों में ट्रैफिक क्लियरेंस में तेजी आएगी। पटना से गया-राजगीर-रांची की सीधी कनेक्टिविटी होगी। पितृपक्ष मेला और अन्य धार्मिक यात्राओं के दौरान सुविधाजनक मार्ग होगा।स्कूल, ऑफिस, अस्पताल जाने वालों को राहत मिलेंगी। व्यापार, लॉजिस्टिक और पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा।
ध्वनि और जलनिकासी की आधुनिक व्यवस्था
ध्वनि अवशोषक पैनल – एलिवेटेड सेक्शन पर। स्ट्रीट लाइटिंग और एंटी ग्लेयर स्क्रीन – रात में यातायात के लिए। दोनों ओर पक्के नाले – जलजमाव से राहत।
तकनीकी निर्माण विधि
इस परियोजना में सेगमेंटल आरसीसी पियर तकनीक का इस्तेमाल किया गया है। इससे पटना-गया रेलवे लाइन और घनी आबादी वाले क्षेत्र में न्यूनतम भूमि अधिग्रहण के साथ अधिकतम निर्माण गुणवत्ता सुनिश्चित की गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा-बिहार के विकास की धुरी
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा:
“यह परियोजना सिर्फ पटना ही नहीं, बल्कि समूचे दक्षिण बिहार के लिए एक विकास की धुरी बनेगी। यातायात के साथ-साथ सामाजिक और आर्थिक गतिशीलता को भी यह गति देगी।”