Bihar News: Patna News: एक कॉल पर घर पहुंचेंगे पशुओं के डॉक्टर, सीएम नीतीश ने किया कॉल सेंटर का उद्घाटन, चल पड़े 534 मोबाइल वाहन, नोट करें Toll Free No|
1 अणे मार्ग से मोबाइल पशु चिकित्सा कॉल सेंटर का उद्घाटन किया। इस अवसर पर 534 मोबाईल पशु चिकित्सा इकाइयों (वाहनों) को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इन इकाइयों के परिचालन से सुदूर इलाकों से बीमार पशुओं को पशु चिकित्सालय तक लाने में होने वाली कठिनाइयों से पशुपालकों को राहत मिलेगी एवं… pic.twitter.com/IDvIh8k7T8
— Nitish Kumar (@NitishKumar) September 9, 2024
पटना में माननीय मुख्यमंत्री श्री @NitishKumar जी ने 534 मोबाइल पशु चिकित्सा इकाइयों और कॉल सेंटर का लोकार्पण एवं शुभारंभ किया।
इस दौरान केंद्रीय मंत्री श्री @LalanSingh_1 जी, उप-मुख्यमंत्री श्री @VijayKrSinhaBih जी एवं मंत्री श्रीमती @renu_bjp जी सहित अन्य लोग मौजूद रहे।#JDU… pic.twitter.com/cFCAk3Wn3m
— Janata Dal (United) (@Jduonline) September 9, 2024
cm nitish inaugurated मोबाइल पशु चिकित्सा कॉल सेंटर
जहां, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने (cm nitish inaugurated the Mobile Veterinary Call Center) सोमवार को मोबाइल पशु चिकित्सा कॉल सेंटर का उदघाटन किया। सीएम नीतीश ने जीपीएस सुविधा युक्त सुसज्जित 534 मोबाइल पशु चिकित्सा वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
सुविधा के लिए एक कॉल सेंटर की स्थापना भी प्रदेश मुख्यालय स्तर पर
पशुपालकों की सुविधा के लिए एक कॉल सेंटर की स्थापना भी प्रदेश मुख्यालय स्तर पर पशु स्वास्थ्य एवं उत्पादन संस्थान, पटना परिसर में की गयी है। कॉल सेंटर में चार अनुभवी पशु चिकित्सकों के अलावे बारह कॉल सेंटर एक्जिक्यूटिव मौजूद रहेंगे। एक मोबाइल एप्प भी बनाया गया है। पशुपालक अपने मोबाइल पर उक्त एप्प को डाउनलोड कर पशु चिकित्सा सेवाओं के लिए संपर्क कर सकते हैं।
अब पशुपालकों के द्वार पर पशु चिकित्सा
जानकारी के अनुसार, 534 मोबाइल पशु चिकित्सा इकाइयों (वाहनों) एवं मोबाइल पशु चिकित्सा कॉल सेंटर का मकसद पशुपालकों के द्वार पर पशु चिकित्सा (डोर स्टेप पशु चिकित्सा सेवा) सुविधा उपलब्ध कराना है। पशुपालकों को अपने बीमार पशुओं को पशु चिकित्सालय तक लाने में होने वाली कठिनाइयों को देखते हुए राज्य के सभी 534 प्रखंडों के लिए एक-एक मोबाइल पशु चिकित्सा इकाई के परिचालन की व्यवस्था की गयी है।
दवा के साथ कृत्रिम गर्भाधान की सुविधा उपलब्ध रहेगी
मोबाइल पशु चिकित्सा इकाई जीपीएस सुविधा युक्त एक सुसज्जित वाहन है। इसमें पशु रोगों की पहचान, पशु चिकित्सा एवं लघु सर्जरी, ऑडियो विजुअल प्रचार के लिए आवश्यक उपकरण के साथ पशुओं की चिकित्सा के लिए आवश्यक दवा इत्यादि के साथ कृत्रिम गर्भाधान की सुविधा उपलब्ध रहेगी।
प्रत्येक कार्य दिवस में प्रातः नौ बजे से शाम पांच बजे तक
मोबाइल पशु चिकित्सा इकाई में एक पशु चिकित्सक, एक पशु चिकित्सा सहायक एवं एक चालक-सह-परिचारी की व्यवस्था की गयी है। मोबाइल पशु चिकित्सा इकाई का परिचालन प्रत्येक कार्य दिवस में प्रातः नौ बजे से शाम पांच बजे तक किया जाएगा।
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कॉल सेंटर के टॉल फ्री नंबर 1962 पर दूरभाष से कॉल कर
राज्य के पशुपालक प्रत्येक कार्य दिवस में प्रातः 09.00 बजे से संध्या 05.00 बजे तक की अवधि में कॉल सेन्टर के टॉल फ्री नम्बर 1962 पर दूरभाष के माध्यम से कॉल कर अथवा मोबाइल एप्प के माध्यम से कॉल सेंटर में पशु चिकित्सा के लिए संपर्क कर सकते हैं। सम्पर्क के उपरान्त मोबाइल पशु चिकित्सा इकाई के माध्यम से पशुपालकों के द्वार पर पशु चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।
मोबाइल पशु चिकित्सा इकाई की ओर से
कॉल सेंटर में टेलिमेडिसीन की भी व्यवस्था है। मोबाइल पशु चिकित्सा इकाई में कार्यरत पशु चिकित्सकों की ओर से आवश्यकतानुसार ऑडियो अथवा वीडियो कॉलिंग के माध्यम से कॉल सेंटर में कार्यरत पशु चिकित्सकों से चिकित्सकीय परामर्श प्राप्त किया जा सकता है। इसके अतिरिक्त मोबाइल पशु चिकित्सा इकाई की ओर से प्रत्येक कार्य दिवस में 2 (दो) ग्रामों का भ्रमण किया जाएगा एवं शिविर के माध्यम से पशुओं की चिकित्सा तथा विभागीय योजनाओं का प्रचार-प्रसार किया जाएगा।
ये भी रहे मौके पर मौजूद
इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री मत्स्यपालन, पशुपालन एवं डेयरी मंत्रालय राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, उप मुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा, पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री रेणु देवी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार सहित पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग के अन्य वरीय अधिकारी उपस्थित थे।