Darbhanga Road Blockade: जब इंसाफ की गुहार सड़कों पर उतर आती है, तब व्यवस्था के माथे पर चिंता की लकीरें गहरी हो जाती हैं। बुधवार को दरभंगा जिले में कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला, जहां एक संदिग्ध मौत के बाद आक्रोशित परिजनों ने शव के साथ NH-27 को जाम कर दिया। करीब दो घंटे तक चला यह प्रदर्शन न सिर्फ यात्रियों के लिए मुसीबत का सबब बना, बल्कि इसने बिहार की कानून-व्यवस्था और प्रशासनिक सक्रियता पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए।
Darbhanga Road Blockade: आक्रोश की मुख्य वजह
दरभंगा जिले के बसेला चौक के पास बुधवार का दिन सामान्य नहीं था। सुबह से ही इलाके में तनाव का माहौल था, जब एक व्यक्ति की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत की खबर फैली। मृतक के परिजनों ने इसे सामान्य मौत मानने से इनकार कर दिया और हत्या का आरोप लगाते हुए दोषियों की गिरफ्तारी की मांग करने लगे। उनका आरोप था कि प्रशासन मामले को गंभीरता से नहीं ले रहा है और दोषियों को बचाने का प्रयास किया जा रहा है। इसी आक्रोश में उन्होंने मृतक के शव को नेशनल हाईवे-27 पर रखकर यातायात पूरी तरह ठप कर दिया।
सड़क पर शव रखकर प्रदर्शन: क्या थी मांग?
परिजनों का स्पष्ट कहना था कि जब तक उन्हें न्याय नहीं मिलेगा और दोषियों को पकड़ा नहीं जाएगा, वे सड़क से नहीं हटेंगे। उनकी मुख्य मांगों में तत्काल उच्चस्तरीय जांच, आरोपियों की गिरफ्तारी और मृतक के परिवार को उचित मुआवजा शामिल था। इस प्रदर्शन के कारण हाईवे के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। स्थानीय लोगों और यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। एंबुलेंस और अन्य आपातकालीन वाहनों को भी जाम में फंसना पड़ा, जिससे स्थिति और बिगड़ गई। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
प्रशासनिक लापरवाही और पुलिस की प्रतिक्रिया
दो घंटे तक चले इस भीषण जाम ने स्थानीय प्रशासन की त्वरित प्रतिक्रिया पर सवाल खड़े कर दिए। सूचना मिलने के काफी देर बाद पुलिस और स्थानीय अधिकारी मौके पर पहुंचे। उन्होंने आक्रोशित परिजनों को समझाने-बुझाने का प्रयास किया, लेकिन वे अपनी मांगों पर अड़े रहे। पुलिस अधिकारियों ने तत्काल जांच का आश्वासन दिया और कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। हालांकि, गुस्साए लोगों का कहना था कि ऐसे आश्वासन पहले भी मिलते रहे हैं, लेकिन परिणाम शून्य रहा है। कई बार आपराधिक घटनाओं के बाद इसी तरह की प्रशासनिक लापरवाही देखने को मिलती है।
जांच और आगे की कार्रवाई का आश्वासन
काफी मशक्कत के बाद, वरिष्ठ अधिकारियों के हस्तक्षेप और मामले की गंभीरता से जांच का ठोस आश्वासन मिलने के बाद प्रदर्शनकारियों ने जाम खत्म किया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और मामले की छानबीन शुरू कर दी है। इलाके में तनाव को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। स्थानीय नेताओं ने भी इस घटना पर चिंता व्यक्त करते हुए प्रशासन से त्वरित कार्रवाई की मांग की है। यह घटना एक बार फिर दर्शाती है कि आम जनता में न्याय प्रणाली के प्रति विश्वास बनाए रखने के लिए प्रशासन को कितनी सक्रियता से काम करने की आवश्यकता है। देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
फिलहाल, पुलिस ने कुछ संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है, लेकिन मृतक के परिजन अभी भी पूरी तरह से संतुष्ट नहीं हैं और लगातार निगरानी बनाए हुए हैं। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। देखना होगा कि यह जांच कब तक पूरी होती है और दोषियों को कब तक न्याय के कटघरे में खड़ा किया जाता है।

