पूर्वी चंपारण – हाल ही में, जिले के एक शिक्षिका द्वारा बच्चों को पढ़ाते समय ब्लैक बोर्ड पर लिखे गए मुहावरे का फोटो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया है। शिक्षिका ने मुहावरे में कई उदाहरण शराब से जुड़े हुए दिए हैं, जो शराबबंदी वाले राज्य में विवाद का कारण बन गया है।
ब्लैक बोर्ड पर लिखे मुहावरे –
ब्लैक बोर्ड पर शिक्षिका द्वारा लिखे गए मुहावरे निम्नलिखित हैं:
- “हाथ पांव फूलना” का मतलब: समय पर दारू नहीं मिलना
- “कलेजा ठंडा होना” का मतलब: पैग गले के नीचे उतरना
- “नेकी कर दरिया में डाल” का मतलब: फ्री में दोस्तों को दारू पिलाना
शिक्षा विभाग में हड़कंप
इस विवाद के बाद, शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है। जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) के निर्देश पर ढाका प्रखंड के बीईओ ने शिक्षिका से स्पष्टीकरण मांग लिया है। मामला ढाका प्रखंड के मध्य विद्यालय जमुआ का बताया जा रहा है।
स्पष्टीकरण की मांग
बीईओ ने शिक्षिका को भेजे गए स्पष्टीकरण में लिखा है कि आपके द्वारा कक्षा 4 में बच्चों को हिंदी विषय पढ़ाया गया है, जिसमें आपने जो मुहावरे लिखे हैं, वे शिक्षा विभाग की छवि को धूमिल कर रहे हैं। यदि यह मुहावरा बच्चों द्वारा अभिभावकों को बताया जाता है, तो इससे सरकारी विद्यालय के प्रति नफरत बढ़ सकती है।
सोशल मीडिया पर वायरल
आपके द्वारा लिखे गए मुहावरे के अर्थ सोशल मीडिया पर फैल रहे हैं, जिससे आपके शिक्षक होने पर प्रश्नचिह्न खड़ा हो रहा है। अतः आपको 24 घंटे के अंदर इस संदर्भ में स्थिति स्पष्ट करनी होगी।
निष्कर्ष
इस घटना ने शिक्षा प्रणाली में गंभीर प्रश्न उठाए हैं और इससे यह स्पष्ट होता है कि शिक्षकों को पढ़ाने के दौरान संवेदनशीलता का ध्यान रखना चाहिए।