पटना/मुजफ्फरपुर/सूरत/पानीपत,देशज टाइम्स – बिहार में चर्चित टेंडर घोटाले से जुड़े कथित माफिया रिशु श्री उर्फ रिशु रंजन सिन्हा के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गुरुवार देर रात एक साथ 9 ठिकानों पर छापेमारी की है। यह कार्रवाई पटना, मुजफ्फरपुर, सूरत और पानीपत में की गई, जिसमें कई सरकारी अधिकारियों, ट्रैवल एजेंसियों और रिशु श्री के सीए के ठिकाने शामिल हैं।
पटना के 6 ठिकानों पर दबिश
पटना के गोला रोड स्थित अंडर सेक्रेटरी विनोद कुमार सिंह के आवास सहित 6 स्थानों पर ईडी ने छापेमारी की। आरोप है कि विनोद कुमार सिंह, रिशु श्री के कहने पर जूनियर अधिकारियों का ट्रांसफर-पोस्टिंग करवाते थे।
कई अधिकारियों की पत्नियां और परिवार के सदस्य
ED को रिशु श्री की एक अन्य कंपनी “श्री नेस बिल्ड इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड” का भी पता चला है। इस कंपनी में बिहार सरकार के कई अधिकारियों की पत्नियां और परिवार के सदस्य शामिल हैं। आरोप है कि इस कंपनी के जरिए भ्रष्ट अधिकारियों का काला धन सफेद किया जाता था।इस मामले में बिहार कैडर के आईएएस अधिकारी संजीव हंस भी आरोपी हैं।
अन्य प्रमुख ठिकाने जहां ईडी ने की छापेमारी
स्थान | कार्रवाई का विवरण |
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मुजफ्फरपुर | रिशु श्री के सीए अविनाश कुमार के आवास से कई वित्तीय दस्तावेज जब्त |
सूरत और पानीपत | ट्रैवल एजेंट्स के कार्यालयों से विदेशी यात्राओं के रिकॉर्ड, टिकट बुकिंग दस्तावेज और वाउचर बरामद |
दानापुर (पटना) | विनोद कुमार सिंह पर रिश्वत लेकर ट्रांसफर पोस्टिंग कराने का आरोप |
ईडी को क्या मिला?
रिशु श्री द्वारा सरकारी टेंडरों में कमीशनखोरी, अधिकारियों को विदेशी टूर की सुविधा, और काले धन को सफेद करने की साजिश का खुलासा। ट्रैवल एजेंसियों से अधिकारियों और उनके परिजनों की विदेश यात्राओं से जुड़े टिकट, भुगतान और होटल बुकिंग से संबंधित दस्तावेज जब्त। एक फर्जी कंपनी “श्री नेस बिल्ड इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड” का भी खुलासा, जिसमें कई अधिकारियों के परिजन डायरेक्टर बताए जा रहे हैं।
आईएएस संजीव हंस से रिशु श्री का गहरा संबंध
रिशु श्री, भ्रष्टाचार के आरोप में जेल में बंद आईएएस संजीव हंस का करीबी बताया जा रहा है। संजीव हंस के मामले में हुई जांच के बाद ईडी को रिशु श्री की संदिग्ध गतिविधियों का सुराग मिला। बिहार की स्पेशल विजिलेंस यूनिट (SVU) ने पूर्व में रिशु श्री, संजीव हंस और गुलाब यादव के खिलाफ केस दर्ज किया था।
बड़े अधिकारी ईडी के रडार पर
ईडी को ऐसे कई रसूखदार अधिकारियों के नाम और ट्रैवल रिकॉर्ड मिले हैं, जिन्हें रिशु श्री के माध्यम से देश-विदेश की यात्राएं कराई गईं। जांच में सामने आया है कि रिशु श्री, अधिकारियों की पत्नियों के नाम से कंपनी बनाकर काले धन को वैध व्यापार में तब्दील करता था।
क्या है अगला कदम?
ईडी ने जब्त दस्तावेजों की फॉरेंसिक जांच शुरू कर दी है। कई अधिकारियों को पूछताछ के लिए नोटिस भेजे जाने की संभावना है। ट्रैवल एजेंट्स और चार्टर्ड अकाउंटेंट से गहन पूछताछ होगी। यह छापेमारी बिहार में बढ़ते टेंडर माफिया नेटवर्क और राजनीतिक-प्रशासनिक गठजोड़ को उजागर करती है। आने वाले दिनों में कई और खुलासे और गिरफ्तारी की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।