आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) ने बीती देर रात तक भवन निर्माण के इंजीनियर फिरोज आलम के पटना समेत 5 ठिकानों पर छापेमारी की। इसमें दो करोड़ 61 लाख 82 हजार रुपये की संपत्ति का पता चला है। ईओयू ने जांच के दौरान पाया कि इनकी कुल संपत्ति आय से 91.08 प्रतिशत अधिक है।
भवन निर्माण विभाग के एक्जीक्यूटव इंजीनियर फिरोज आलम दिल्ली में करीब 6 साल से तैनात हैं। बिहार निवास और बिहार सदन दोनों के रिजडेंट इंजीनियर के प्रभार में हैं। जूनियर इंजीनियर के तौर पर 11 अप्रैल 1991 को ज्वाइन किया था। ईओयू के अनुसार जांच में यह भी पता चला है कि आलम ने भ्रष्ट तरीके से अर्जित संपत्ति को न्यायोचित ठहराने के लिए फर्जी रूप से कंपनी और फर्म भी बनाए हैं जिसके जरिए सरकारी राशि का गबन किया जाता है।
जानकारी के अनुसार, भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे फिरोज आलम के दिल्ली स्थित फ्लैट और दफ्तर सहित चार ठिकानों के अलावा पटना के समनपुरा में भी छापेमारी की गई। इस दौरान करोड़ों की चल-अचल संपत्ति का खुलासा हुआ है। इंजीनियर की आय से अधिक 91.08 प्रतिशत संपत्ति का पता चला।
आर्थिक अपराध इकाई ने पटना, दिल्ली समेत कुल पांच जगहों पर छापेमारी की। सुखदेव विहार स्थित फ्रेंड्स कॉलोनी में छापेमारी के दौरान 1.43 लाख रुपये कैश और सोने के जेवर बरामद किए हैं। ईओयू की टीम ने 58, सुखदेव विहार स्थित फ्लैट, जामियानगर के जौहरी फार्म स्थित बी-22 फ्लैट, बिहार निवास और बिहार सदन स्थित कार्यालय और फिरोज आलम के पटना के समनपुरा स्थित डैनियल मैन्सन के फ्लैट संख्या 205 में छापेमारी की।
ईओयू ने इंजीनियर के खिलाफ आय से अधिक 26182000 रुपए की संपत्ति अर्जित करने के मामले में केस दर्ज कर कार्रवाई की है। सूत्रों के अनुसार दिल्ली में छापेमारी के दौरान ईओयू की टीमों को डाल्टेनगंज में भी इंजीनियर की संपत्ति का पता चला। जिसके बाद एक टीम को वहां भेजा गया है। ईओयू के अनुसार फिरोज आलम भ्रष्टाचार के जरिए संपत्ति को न्यायोचित ठहराने के लिए फर्जी रूप से कंपनी और फर्म का संचालन कर सरकारी राशि का गबन कर रहे थे।
छापेमारी में बहुत कुछ मिला
कार्यपालक अभियंता सह रेसिडेंट इंजीनियर फिरोज आलम नई दिल्ली स्थित बिहार भवन और बिहार सदन में तैनात हैं। ईओयू के अधिकारियों ने बताया कि इंजीनियर ने दिल्ली में नूर नगर एक्सटेंशन और दिल्ली के सुखदेव नगर में पत्नी के नाम पर 1.30 करोड़ का फ्लैट खरीद रखा था। यही नहीं अपने भाई के नाम पर पटना के समनपुरा में फ्लैट खरीदा था। इंजीनियर ने अपने भतीजे के नाम एक कार खरीदा था, जिसे वे बिहार निवास में किराये पर चलवाते हैं।
दिल्ली में पत्नी के नाम से दो फ्लैट, पटना के समनपुरा डैनियल मैन्सन में भाई के नाम से फ्लैट खरीदा। डाल्टेनगंज में भी संपत्ति की जानकारी, छापेमारी को गई टीम। दिल्ली में सुखदेव विहार के न्यू प्रेंड्स कॉलोनी और जामिया नगर में 3 फ्लैट, मेरठ में जमीन 17-18 बैंक खातों के पासबुक 1.43 लाख रुपए कैश और सोने के जेवर बरामद हुए।
ईओयू ने फिरोज आलम के दिल्ली के 58, सुखदेव विहार स्थित फ्रेंड्स कॉलोनी में छापेमारी के दौरान 1.43 लाख रुपए कैश और सोने के जेवर बरामद किए हैं। ईओयू की टीम ने रविवार को 58, सुखदेव विहार स्थित फ्लैट, जामियानगर के जौहरी फार्म स्थित बी-22 फ्लैट, बिहार निवास और बिहार सदन स्थित कार्यालय और फिरोज आलम के पटना के समनपुरा स्थित डैनियल मैन्सन के फ्लैट संख्या 205 में छापेमारी की।
दिल्ली के जौहरी बाग और शाहीन बाग में फ्लैट और मेरठ में फिरोज ने जमीन खरीदी है। दिल्ली स्थित आवास से 1.45 लाख रुपये कैश और लाखों रुपये के आभूषण बरामद किये गये हैं। इंजीनियर फिरोज आलम के बारे में बताया जाता है कि वे झारखंड के पलामू स्थित हरिहरगंज के रहने वाला है।
11 अप्रैल 1991 में जूनियर इंजीनियर के पद पर नियुक्त हुए थे। इस दौरान इनकी तैनाती दरभंगा और बिहारशरीफ में हुई। जब ये नौकरी में आए तब इनके पास सिर्फ पैतृक संपत्ति ही थी। लेकिन आज इंजीनियर फिरोज करोड़ों के मालिक हैं। ईओयू ने जांच के दौरान पाया कि इनकी कुल संपत्ति आय से 91.0 प्रतिशत अधिक है।