
3.38 करोड़ की अवैध संपत्ति! मधुबनी के इंजीनियर पर ईओयू का बड़ा शिकंजा। ईओयू का छापा: बिहार के इंजीनियर की संपत्ति आय से 69% ज्यादा, खुला काला चिट्ठा। नोटों के बंडल जलाने वाली वही कहानी! मधुबनी इंजीनियर पर फिर छापेमारी।@मधुबनी-पटना, देशज टाइम्स।
मधुबनी के अधीक्षण अभियंता विनोद कुमार राय पर ईओयू की बड़ी कार्रवाई
पटना-मधुबनी-समस्तीपुर समेत कई ठिकानों पर छापा! करोड़ों की दौलत देख उड़ गए होश। ठेकेदारों से मिलकर अरबों की कमाई! EOU की कार्रवाई से खुला भ्रष्टाचार का खेल। फिर फंसे मधुबनी के इंजीनियर! करोड़ों की काली कमाई पर ईओयू का हड़कंप। 69% ज्यादा दौलत और करोड़ों की बेनामी संपत्ति! EOU ने किया बड़ा खुलासा@मधुबनी-पटना, देशज टाइम्स।
पटना समेत कई ठिकानों पर छापेमारी, करोड़ों की अवैध संपत्ति का खुलासा
मधुबनी/पटना, देशज टाइम्स। बिहार में भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई लगातार तेज हो रही है। गुरुवार को आर्थिक अपराध इकाई (EOU) की टीम ने ग्रामीण कार्य विभाग, मधुबनी के अधीक्षण अभियंता विनोद कुमार राय के पटना, समस्तीपुर और अन्य ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की। कार्रवाई में करोड़ों की अवैध संपत्ति अर्जित करने के सबूत सामने आए हैं।
3.38 करोड़ की अवैध संपत्ति का खुलासा
ईओयू की जांच रिपोर्ट के अनुसार अभियुक्त ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए 3.38 करोड़ रुपये की संपत्ति बनाई है। यह उनकी ज्ञात आय से लगभग 69.35 प्रतिशत अधिक है। इसी आधार पर उनके खिलाफ आर्थिक अपराध थाना कांड संख्या 24/2025 दर्ज किया गया है।
यह मामला भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 (संशोधित 2018) के प्रावधानों के अंतर्गत पंजीकृत किया गया है।
किन ठिकानों पर हुई छापेमारी?
न्यायालय से तलाशी वारंट प्राप्त करने के बाद ईओयू ने सुबह से ही कई ठिकानों पर दबिश दी। जिन जगहों पर छापेमारी हुई, उनमें शामिल हैं— खरहिया गांव, हसनपुर थाना, समस्तीपुर – पैतृक आवास। आदर्श नगर, सेक्टर-4, समस्तीपुर नगर थाना – आवास। भूतनाथ रोड, प्रोग्रेसिव कॉलोनी, पटना – आवास। छापेमारी के दौरान टीम ने बैंक खातों के दस्तावेज, जमीन-जायदाद के कागजात और अन्य अहम दस्तावेज जब्त किए।
पहले भी आ चुके हैं जांच एजेंसी के राडार पर
यह पहली बार नहीं है जब विनोद कुमार राय के खिलाफ कार्रवाई हुई हो। 23 अगस्त 2025 को भी ईओयू ने उनके ठिकानों पर छापेमारी की थी। उस समय उनकी पत्नी द्वारा नोटों के बंडल जलाने की कोशिश पूरे बिहार में चर्चा का विषय बनी थी। उस कार्रवाई में भी नकदी और कई दस्तावेज जब्त किए गए थे और अभियुक्त को गिरफ्तार किया गया था।
ईओयू की प्राथमिक जांच में क्या सामने आया?
इनपर आरोप है कि उन्होंने ठेकेदारों से मिलीभगत कर अवैध लेन-देन किया। अब तक की छापेमारी में कई अहम दस्तावेज और संपत्ति से जुड़े सबूत मिले हैं। जांच एजेंसी मान रही है कि इनके जरिए करोड़ों रुपये की बेनामी संपत्ति का भी पता चल सकता है। दस्तावेजों का आकलन कर इन्हें सीज करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
बिहार में बढ़ती कार्रवाई और जनता की प्रतिक्रिया
बिहार में बीते कुछ महीनों से ईओयू और सतर्कता विभाग की टीम लगातार सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों पर कार्रवाई कर रही है। ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में यह छापेमारी चर्चा का विषय बनी हुई है। लोग इसे सरकार और जांच एजेंसियों द्वारा भ्रष्टाचार पर लगाम कसने की बड़ी पहल मान रहे हैं। चर्चाओं में यह सवाल भी उठ रहा है कि क्या ऐसी कार्रवाई से भविष्य में सरकारी कामकाज की पारदर्शिता और भ्रष्टाचार पर अंकुश लगेगा?
अधीक्षण अभियंता विनोद कुमार राय पर हुई यह छापेमारी के मायने तय हैं, बख्शने के मूड में नहीं
अधीक्षण अभियंता विनोद कुमार राय पर हुई यह छापेमारी बिहार में भ्रष्टाचार विरोधी अभियान की गंभीरता को दर्शाती है। ईओयू की ताजा कार्रवाई से साफ है कि राज्य सरकार और जांच एजेंसियां अब किसी भी भ्रष्ट अधिकारी को बख्शने के मूड में नहीं हैं।