बिहार के पूर्व सीएम जीतन राम मांझी (Ex CM Jitan Ram Manjhi) के आवास के बाहर भारी सुरक्षा के बीच शुद्धिकरण और पूजा पाठ शुरू हो गया है। सचिवालय थाने की पुलिस वहां अलर्ट मोड में तैनात है। कुछ ब्राह्मण संगठनों ने बुधवार को ही मांझी के आवास पर शुद्धिकरण और पूजा-पाठ करने की घोषणा कर दी थी। इसके बाद यह कार्य शुरू होते ही पुलिस की सुरक्षा और बढ़ा दी गई है।
जानकारी के अनुसार, उनके आवास के आसपास का इलाका छावनी में तब्दील हो गया। प्रदर्शनकारियों के आने की स्थिति में उन्हें रोकने के लिए बैरिकेडिंग की तैयारी भी पुलिस ने कर रखी है।
सचिवालय एएसपी काम्या मिश्रा ने कहा कि किसी भी तरह की विषम स्थिति से निपटने के लिए पुलिस को तैनात किया गया है। पिछले दिनों मांझी ने ब्राह्मणों के खिलाफ आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया था। बुधवार को गया में भी उन्होंने अपनी बात दोहराई। इसके बाद मामला बिगड़ता और राजनीतिक रूप लेता जा रहा है।
इधर, आज पूर्व मुख्य मंत्री जीतन राम मांझी के सरकारी आवास का शुद्धिकरण करने के लिए समाज के लोग पहुंच गए हैं। जहां मांझी के आवास के बाहर ब्राह्मण समाज सत्यनारायण की पूजा शुरू कर दी है। पुलिस सचिवालय थाना की पुलिस दलबल के साथ पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के घर पहुंचकर उनकी सुरक्षा बढ़ा दी।
हालाकिं जब मीडियाकर्मी ब्राह्मण समाज से बात कि तो उन्होंने शुद्धिकरण की बात से मना कर दिया और बोला कि हम उनके घर खाने जा रहे हैं। वहीं पुलिस फ़ोर्स उन्हें आवास से पहले ही रोक दिया है। फिलहाल पूरा परिसर पुलिस प्रशासन की मुस्तैदी से लैस है।
गुरुवार को पटना में विभिन्न संगठनों द्वारा मांझी के विरोध और उनके आवास के घेराव किया जा रहा है। इस कड़ी में श्रीराम सेना और हिन्दू पुत्र के कार्यकर्ता हाथों में चूड़ा-दही लेकर मांझी आवास के लिए निकले. हांलाकि इन लोगों को मांझी के आवास पर पहुंचने से पहले से पुलिस ने रोक दिया।
पुलिस द्वारा रोके जाने के बाद सभी बीच सड़क पर बैठ गए और वहां भी सत्यनारायण भगवान की पूजा शुरू कर दी। सभी ने ब्राह्मण बुलाकर सड़क पर ही सत्यनारायण पूजा की और सत्यनारायण पूजा के जरिये मांझी को शुद्ध करने की बात कही। विरोध में शामिल श्रीराम सेना के सदस्यों ने कहा कि चूड़ा-दही खिलाकर मांझी की जुबान को शुद्ध किया जाएगा। मांझी जिस भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं उनके जुबान को शुद्ध करना बहुत ही जरूरी है।
पटना में जारी विरोध के बीच जीतन राम मांझी विधानसभा के लिए निकले। मांझी गुरुवार को SC-ST समस्याओं से जुड़े सवालों पर होने वाली बैठक में शामिल होने जा रहे थे। इस दौरान पटना में मीडिया के सवालों से बचते हुए मांझी निकल गए।
जानकारी के अनुसार, पश्चिमी चंपारण में रविवार को आयोजित एक कार्यक्रम में पूर्व सीएम ने आपत्तिजनक बातें कहीं थीं। इसके बाद सियासत गरमा गई। जगह-जगह उनका पुतला फूंका गया। मामला तब और गर्म हो गया जब भाजपा के एक नेता गजेंद्र झा ने उनकी जुबान काटने पर 11 लाख रुपए के इनाम की घोषणा कर दी। हालांकि, भाजपा नेता को पार्टी ने इसको लेकर निलंबित कर दिया है।
वहीं, मांझी आवास पर पहुंचे ब्राह्मण समाज के लोगों का मानना है, जीतन राम मांझी ने जिस तरीके से हिंदू देवी देवता और ब्राह्मण समाज को गाली दिया है। इसकी वजह से जीतन राम मांझी का घर दूषित हो गया है। इस वजह से वह इस तरीके का बयान दे रहे हैं। ऐसे में उनके घर को शुद्ध करना बेहद जरूरी है। इस वजह से आज उन्होंने फैसला लिया है कि उनके घर की शुद्धिकरण किया जाए।
इस बीच मांझी की पार्टी हम की ओर से भी करारा पलटवार किया गया। पक्ष-विपक्ष के नेताओं ने मांझी के बयान पर आपत्ति जताई। इस बीच एक बार फिर मांझी ने बोधगया में ऐसी बातें कह दी हैं जिससे मामला शांत होता नहीं दिख रहा। उन्होंने कहा कि ब्रह्म को जानने वाला ब्राह्मण होता है।
ऐसे ब्राह्मण का वे सम्मान करते हैं। लेकिन आज ब्राह्मण के नाम पर कई लोग पोथी-पतरा लेकर निकल जाते हैं। उन्हें तनिक भी ज्ञान नहीं होता। ब्राह्मण होते हुए भी वे मांस-मदिरा का सेवन करते हैं। उन्होंने अपशब्द का इस्तेमाल करते हुए कहा कि हम इस शब्द का उपयोग बार-बार करते रहेंगे।