धमदाहा न्यूज़
सरकारी दफ्तरों में तब हड़कंप मच गया, जब बड़े साहब अचानक गाड़ी से उतरकर सीधे जनता के बीच पहुंच गए. मामला गरीबों को मिलने वाले घर से जुड़ा है, जिसकी असलियत जानने के लिए यह औचक निरीक्षण किया गया. इस कार्रवाई से कई बाबुओं की नींद उड़ गई है.
जानकारी के अनुसार, धमदाहा नगर पंचायत क्षेत्र में प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना के क्रियान्वयन की जमीनी हकीकत परखने के लिए कार्यपालक पदाधिकारी ने औचक निरीक्षण किया. उन्होंने योजना के तहत बन रहे मकानों की गुणवत्ता और निर्माण की गति का जायजा लिया. इस दौरान उन्होंने कई लाभार्थियों से सीधे बातचीत कर उनकी समस्याएं भी सुनीं.
योजना की प्रगति और गुणवत्ता की जांच
कार्यपालक पदाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ विभिन्न वार्डों का दौरा किया. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि योजना का लाभ हर हाल में सही और पात्र लाभार्थियों तक पहुंचना चाहिए. निरीक्षण के दौरान उन्होंने निर्माण सामग्री की गुणवत्ता और नक्शे के अनुसार हो रहे काम की भी समीक्षा की.
उन्होंने मौके पर मौजूद इंजीनियरों और कर्मचारियों को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि निर्माण कार्य में किसी भी तरह की लापरवाही या कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. जिन लाभार्थियों का काम धीमा चल रहा है, उन्हें तेजी लाने के लिए प्रोत्साहित करने का भी निर्देश दिया गया.
क्या है पीएम शहरी आवास योजना?
प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना केंद्र सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है, जिसका उद्देश्य शहरी क्षेत्रों में रहने वाले कमजोर आय वर्ग के लोगों को किफायती आवास उपलब्ध कराना है. इस योजना के तहत सरकार घर बनाने के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करती है. इसके मुख्य बिंदु इस प्रकार हैं:
- शहरी गरीबों को पक्का घर मुहैया कराना.
- लाभार्थियों को सीधे उनके बैंक खाते में किश्तों में राशि दी जाती है.
- योजना का लक्ष्य 2022 तक सभी को आवास उपलब्ध कराना था, जिसे अब आगे बढ़ाया गया है.
- यह योजना ‘सबके लिए आवास’ के मिशन पर काम करती है.
पदाधिकारी ने स्पष्ट किया कि सरकार की इस महत्वपूर्ण योजना में किसी भी प्रकार की अनियमितता पाए जाने पर संबंधित व्यक्ति के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने नियमित रूप से कार्यों की निगरानी करने का भी आश्वासन दिया.








