Fatehpur Cyber Fraud: पैसों का लालच एक ऐसा दलदल है, जिसमें एक बार फंसे तो निकलना दूभर हो जाता है। डिजिटल दुनिया की चकाचौंध में यह दलदल ‘साइबर फ्रॉड’ के रूप में गहराता जा रहा है। फतेहपुर में एक बार फिर दो लोग इसका शिकार हुए हैं। शुक्रवार को फतेहपुर प्रखंड में साइबर धोखाधड़ी के दो नए मामले सामने आए, जिनमें एक महिला भी शामिल है। दोनों पीड़ितों ने अपने बैंक खातों से अवैध रूप से पैसे निकाले जाने की शिकायत दर्ज कराई है। यह घटना ऐसे समय में हुई है जब साइबर अपराधों में लगातार वृद्धि देखी जा रही है, जिससे स्थानीय प्रशासन और आम जनता दोनों चिंतित हैं। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
मिली जानकारी के अनुसार, पहला मामला फतेहपुर के एक निवासी से संबंधित है, जिनके बैंक खाते से अज्ञात ठगों ने बड़ी रकम निकाल ली। पीड़ित को इसकी भनक तब लगी जब उनके मोबाइल पर पैसे निकलने का मैसेज आया। उन्होंने तुरंत बैंक से संपर्क किया और फिर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। दूसरा मामला एक महिला से जुड़ा है, जिन्हें भी ऑनलाइन ठगी का शिकार बनाया गया। उनके खाते से भी अनाधिकृत रूप से पैसों का लेनदेन किया गया। देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें: देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
Fatehpur Cyber Fraud: बढ़ते मामलों से पुलिस भी हैरान
फतेहपुर में लगातार बढ़ रहे साइबर धोखाधड़ी के मामले पुलिस के लिए नई चुनौती पेश कर रहे हैं। इन ठगी के मामलों में अपराधी अक्सर नए-नए तरीके अपनाते हैं, जिससे आम लोग आसानी से उनके जाल में फंस जाते हैं। इनमें फ़िशिंग लिंक, ओटीपी शेयरिंग, लॉटरी का झांसा और नौकरी दिलाने के नाम पर पैसे ऐंठना जैसे तरीके शामिल हैं। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे किसी भी अज्ञात लिंक पर क्लिक न करें और न ही अपनी बैंक जानकारी या ओटीपी किसी के साथ साझा करें, भले ही वह व्यक्ति खुद को बैंक अधिकारी या सरकारी कर्मचारी बताए। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
साइबर अपराधों से बचाव के उपाय
साइबर फ्रॉड की बढ़ती घटनाओं के बीच सावधानी ही सबसे बड़ा हथियार है। विशेषज्ञों का कहना है कि लोगों को अपने बैंक खातों और व्यक्तिगत जानकारी को लेकर अत्यधिक सतर्क रहना चाहिए। किसी भी संदिग्ध कॉल, मैसेज या ईमेल पर तुरंत प्रतिक्रिया देने से बचें। बैंक कभी भी फोन या ईमेल पर आपसे आपका पिन, ओटीपी या पासवर्ड नहीं मांगता। यदि आपको लगता है कि आप ऑनलाइन ठगी के शिकार हुए हैं, तो तुरंत अपने बैंक और नजदीकी पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराएं। समय पर शिकायत करने से पैसे वापस मिलने की संभावना बढ़ जाती है। पुलिस इन मामलों की गंभीरता से जांच कर रही है और अपराधियों को पकड़ने का प्रयास कर रही है, ताकि क्षेत्र में साइबर अपराधों पर लगाम लगाई जा सके। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।


