अब कार्रवाई होगी-भवन निर्माण में देरी या घोटाला? सभी पंचायत भवन अब निगरानी के रडार पर, उड़न दस्ते और बिजली मॉनिटरिंग टीम एक्टिव हो गई है। बिहार सरकार ने भवन निर्माण कार्यों की निगरानी के लिए गठित किए चार नए उड़न दस्ते, बिजली कार्यों की गुणवत्ता की भी जांच होगी।सरकारी इमारतों में घोटाले की नहीं बच पाएगी कोई गड़बड़ी! बिहार में 4 उड़न दस्ते सक्रिय। अब लापरवाही नहीं चलेगी! बिहार सरकार ने भवन निर्माण पर लगाई चौकसी की नई लेयर@देशज टाइम्स ब्यूरो रिपोर्ट।
दरभंगा/पटना, देशज टाइम्स। बिहार सरकार सरकारी भवनों के निर्माण कार्य में तेजी लाने के साथ-साथ गुणवत्ता सुनिश्चित करने की दिशा में सख्त रुख अपना रही है। इसी क्रम में भवन निर्माण विभाग ने पूरे राज्य में चार नए उड़न दस्तों (Flying Squads) का गठन किया है। इन दस्तों का उद्देश्य निर्माण कार्य की गुणवत्ता की जांच करना और किसी भी प्रकार की अनियमितता या लापरवाही को रोकना है।
उड़न दस्ते क्या करेंगे?
औचक निरीक्षण करेंगे। निर्माण सामग्री की गुणवत्ता की जांच करेंगे। जरूरत पड़ने पर सैंपल लैब भेजेंगे। परियोजना में देरी के कारणों की जांच करेंगे। विस्तृत रिपोर्ट वरिष्ठ अधिकारियों को सौंपेंगे।
प्रत्येक उड़न दस्ता में कौन-कौन होगा?
पद | संख्या |
---|---|
निदेशक | 1 |
उप निदेशक | 1 |
सहायक निदेशक | 1 |
अन्य पदाधिकारी | 1 |
कुल | 4 |
बिजली कार्यों की निगरानी के लिए भी विशेष टीम
सरकारी भवनों में बिजली कार्यों की गुणवत्ता की निगरानी के लिए एक अलग से मॉनिटरिंग टीम भी बनाई गई है। यह टीम विशेष रूप से यह सुनिश्चित करेगी कि सभी विद्युत कार्य सुरक्षित, टिकाऊ और तकनीकी मानकों के अनुरूप हों।
मॉनिटरिंग टीम हर भवन में बिजली वायरिंग, कनेक्शन, सुरक्षा उपकरणों की जांच करेगी। यदि कोई लापरवाही या भ्रष्टाचार सामने आता है, तो उसके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।
अब तक तीन उड़न दस्ते थे
पहले से ही तीन उड़न दस्ते कार्यरत थे, लेकिन अधिकारियों के तबादले के कारण नई संरचना की जरूरत महसूस की गई। अब चार नए दस्ते बनाए गए हैं और उन्हें पूरे राज्य के प्रमुख निर्माण स्थलों की निगरानी सौंपी गई है।
लक्ष्य: पारदर्शिता और समय पर काम
सरकार का स्पष्ट उद्देश्य है कि पंचायत सरकार भवन, सहकार भवन और अन्य सरकारी भवनों का निर्माण समय पर, गुणवत्ता मानकों के अनुरूप हो, और जनता को अधिकतम लाभ मिल सके।
आधिकारिक आदेश जारी कर दिए गए हैं और उड़न दस्तों को तत्काल प्रभाव से काम शुरू करने का निर्देश भी दे दिया गया है।