Hajipur Weather: सर्द हवाओं ने ऐसी चादर तानी है कि सुबह आंखें खुलते ही रजाई से बाहर निकलने की हिम्मत नहीं होती। कोहरे की घनी चादर ने सड़कों पर दृश्यता इतनी कम कर दी है, मानो शहर किसी अदृश्य लोक में खो गया हो।
हाजीपुर वेदर: राजधानी के करीब जनजीवन हुआ प्रभावित
हाजीपुर में इन दिनों कड़ाके की ठंड पड़ रही है। पछुआ हवा और घने कोहरे ने पूरे जिले को अपनी आगोश में ले लिया है, जिसके कारण आम जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। लोग घरों से बाहर निकलने से कतरा रहे हैं, खासकर सुबह और शाम के समय सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहता है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
हालांकि, रोजमर्रा की जरूरतों और काम-काज के चलते बाजारों में थोड़ी चहल-पहल अभी भी देखी जा रही है। विशेषकर सब्जी मंडियों और दवा दुकानों पर लोगों की भीड़ बनी हुई है, लेकिन समग्र रूप से ठंड का असर साफ दिख रहा है। व्यापारिक गतिविधियां भी धीमी पड़ गई हैं।
घने कोहरे के कारण सड़कों पर गाड़ियों की रफ्तार धीमी हो गई है। दृश्यता इतनी कम है कि वाहन चालकों को दिन में भी हेडलाइट जलाकर चलना पड़ रहा है, जिससे दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ गया है। देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
ठंड और कोहरे से धीमी हुई रफ्तार
मौसम विभाग के अनुसार, अगले कुछ दिनों तक ठंड से राहत मिलने की उम्मीद कम है। न्यूनतम तापमान में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है, जिससे सुबह-शाम ठिठुरन बढ़ गई है। यातायात व्यवस्था पर इसका सीधा असर पड़ रहा है, ट्रेनें और बसें भी विलंब से चल रही हैं। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। प्रशासन ने लोगों से आवश्यक सावधानी बरतने और बेवजह घरों से बाहर न निकलने की अपील की है।
ठंड और कोहरे का यह दोहरा वार लोगों के स्वास्थ्य पर भी असर डाल रहा है। सर्दी-खांसी और बुखार के मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है। चिकित्सक ठंड से बचाव के लिए गर्म कपड़े पहनने, गर्म पेय पदार्थों का सेवन करने और अनावश्यक यात्रा से बचने की सलाह दे रहे हैं।





