पटना: बिहार सरकार द्वारा ‘हर खेत तक सिंचाई का पानी’ कार्यक्रम के तहत एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। वित्तीय वर्ष 2021-22 से 2023-24 तक इस कार्यक्रम के तहत कुल 981 योजनाओं का कार्य प्रारंभ किया गया है।
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इन योजनाओं में आहर-पइन (723), चेक डैम (62), और उदवह सिंचाई योजना (196) शामिल हैं। इन प्रयासों से 1,49,029 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई क्षमता पुनःस्थापित होगी और 38 लाख घन मीटर जल संचयन की पुनर्स्थापना होगी।
सिंचाई क्षमता में वृद्धि –
इस कार्यक्रम का उद्देश्य बिहार के किसानों तक सिंचाई की सुविधाएं पहुंचाना है। लघु जल संसाधन विभाग ने यह सुनिश्चित करने के लिए प्रयास किए हैं कि राज्य के प्रत्येक खेत तक सिंचाई का पानी पहुंचे। इसके तहत 7 निश्चय-2 के अंतर्गत ‘हर खेत तक सिंचाई का पानी’ कार्यक्रम के माध्यम से कई योजनाएं लागू की जा रही हैं, जो राज्य में कृषि के लिए पानी की उपलब्धता को बढ़ाएंगी।
मुख्य योजनाएं –
- आहर-पइन का जीर्णोद्धार
- वीयर-चेक डैम का निर्माण, जो 2000 हेक्टेयर तक के क्षेत्र में सिंचाई की सुविधा प्रदान करेंगे
- उदवह सिंचाई योजना का जीर्णोद्धार
- निजी नलकूप और डगवेल सिंचाई योजना का क्रियान्वयन
इस कार्यक्रम से न केवल कृषि क्षेत्र में पानी की उपलब्धता सुनिश्चित होगी, बल्कि इससे जल संचयन की क्षमता में भी वृद्धि होगी, जो आने वाले समय में फसलों की सिंचाई के लिए महत्वपूर्ण साबित होगा।