जमुई न्यूज़: सुबह की ठंडी हवाओं में जैसे ही शहर ने अंगड़ाई ली, एक पोस्टर ने सियासत में गर्मी घोल दी। दीवारें बोलती नहीं, पर कभी-कभी चुपचाप बड़ा संदेश दे जाती हैं।
जमुई न्यूज़: सांसद अरुण भारती की गुमशुदगी के पोस्टर से मचा हड़कंप, आखिर कौन है इसके पीछे?
जमुई न्यूज़: लापता सांसद को ढूंढने की अपील
बिहार के जमुई शहर में उस समय सनसनी फैल गई, जब केके कॉलेज के मुख्य द्वार पर एक अनोखा पोस्टर चिपका हुआ मिला। इस पोस्टर में स्थानीय सांसद अरुण भारती को ‘लापता’ घोषित किया गया था और उन्हें ढूंढने वाले को ‘इनाम’ देने की बात कही गई थी। सुबह की सैर पर निकले लोगों की नज़र जैसे ही इन पोस्टरों पर पड़ी, शहर में अरुण भारती लापता होने की ख़बर जंगल की आग की तरह फैल गई। यह घटना तेज़ी से ज़िले में चर्चा का विषय बन गई, आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
पोस्टर पर सांसद का नाम और तस्वीर साफ-साफ अंकित थी, जिससे भ्रम की कोई गुंजाइश नहीं बची। पोस्टर का संदेश था कि सांसद अरुण भारती क्षेत्र में दिखाई नहीं दे रहे हैं और जनता उन्हें ढूंढ रही है। इस घटना ने जहाँ एक ओर सियासी गलियारों में हलचल मचा दी, वहीं आम जनता में भी इसे लेकर तरह-तरह की बातें होने लगीं। कई लोगों ने इसे राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता का नतीजा बताया, तो कुछ ने इसे जन असंतोष की अभिव्यक्ति।
सियासी गलियारों में अटकलें तेज़
अरुण भारती, जो कि लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान के बहनोई भी हैं, उनके ‘लापता’ होने के पोस्टर ने न केवल जमुई बल्कि पूरे बिहार की राजनीति में सुर्खियाँ बटोर ली हैं। राजनीतिक पंडित इसे आगामी चुनावों से पहले विरोधियों द्वारा एक सोची-समझी रणनीति के तौर पर देख रहे हैं। सवाल यह भी है कि इस तरह के पोस्टर लगाकर कौन सियासी रोटियां सेंक रहा है, आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। क्या यह किसी ख़ास दल या व्यक्ति की करतूत है, या फिर यह आम जनता के बढ़ते रोष का परिणाम?
पोस्टर किसने लगाए, यह अभी स्पष्ट नहीं है, लेकिन इसने स्थानीय प्रशासन को भी सकते में डाल दिया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, मामले की जांच शुरू कर दी गई है और पोस्टर चिपकाने वालों की पहचान करने का प्रयास किया जा रहा है। इस घटना के बाद, सांसद अरुण भारती या उनके कार्यालय से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, जिससे रहस्य और गहरा गया है। देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया और पुलिस का रुख
स्थानीय निवासियों का कहना है कि सांसद के प्रति लोगों में नाराज़गी हो सकती है, लेकिन इस तरह पोस्टर चिपकाकर विरोध जताना उचित नहीं है। वहीं, कुछ लोगों ने कहा कि यदि सांसद क्षेत्र में सक्रिय होते, तो ऐसी स्थिति शायद पैदा ही न होती। इस पूरे मामले पर जमुई पुलिस का कहना है कि उन्हें घटना की जानकारी मिली है और वे अपनी तरफ से मामले की छानबीन कर रहे हैं। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि अरुण भारती लापता होने के पीछे की सच्चाई क्या है। हमेशा की तरह इस खबर पर भी देशज टाइम्स की पैनी नज़र रहेगी। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।




