Jharkhand Police Havildar Murder: पटना न्यूज़: खूनी रिश्तों की गांठ जब स्वार्थ से उलझती है, तो घर ही श्मशान बन जाता है। एक ऐसी ही हृदय विदारक घटना में, झारखंड पुलिस के हवलदार की निर्मम हत्या का रहस्य उजागर हुआ है। पुलिस की जांच में जो सच सामने आया, वह मानवता को झकझोर कर रख देने वाला है।
झारखंड पुलिस हवलदार हत्याकांड: सरकारी नौकरी के लालच में बेटे ने की पिता की हत्या, दोस्त भी गिरफ्तार
झारखंड पुलिस हवलदार हत्याकांड: कैसे हुआ सनसनीखेज खुलासा?
Jharkhand Police Havildar Murder: भोजपुर पुलिस ने एक सनसनीखेज हत्याकांड का खुलासा किया है, जिसने सभी को स्तब्ध कर दिया है। झारखंड पुलिस के हवलदार पशुपतिनाथ तिवारी की हत्या किसी और ने नहीं, बल्कि उनके इकलौते बेटे विशाल तिवारी ने की थी। इस जघन्य अपराध में विशाल का दोस्त मो. जिशान अहमद जिलानी भी शामिल था। दोनों आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। यह घटना चांदी थाना क्षेत्र के भगवतपुर गांव की है, जिसने पूरे इलाके में दहशत फैला दी थी।
पुलिस अधीक्षक (Sadar SDPO-II) रंजीत कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि जांच के दौरान जब बारीकी से सबूतों को खंगाला गया, तो शक की सुई मृतक के बेटे विशाल की ओर घूमी। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। कठोर पूछताछ में विशाल ने अपना गुनाह कबूल कर लिया। उसने बताया कि वह अपने पिता की सरकारी नौकरी हासिल करना चाहता था। इसके लिए उसने एक खौफनाक साजिश रची और अपने दोस्त जिशान के साथ मिलकर पिता की हत्या कर दी।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि हत्या का मुख्य मकसद हवलदार की नौकरी बेटे को अनुकंपा के आधार पर मिलना था। यह सरकारी नौकरी के लिए हत्या का एक वीभत्स उदाहरण है। जांच अधिकारियों ने घटना स्थल का गहन निरीक्षण किया और तकनीकी साक्ष्यों का भी सहारा लिया। सीसीटीवी फुटेज और कॉल डिटेल रिकॉर्ड्स की पड़ताल ने भी विशाल और जिशान को कटघरे में खड़ा कर दिया। इस मामले में सरकारी नौकरी के लिए हत्या के इस पहलू ने समाज में गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
साजिश और गिरफ्तारी का पूरा ब्योरा
पुलिस के अनुसार, विशाल तिवारी लंबे समय से अपने पिता की नौकरी पर नजर गड़ाए हुए था। उसने सोचा कि अगर पिता की मृत्यु हो जाती है, तो उसे उनकी जगह सरकारी नौकरी मिल जाएगी। इसी लालच में उसने अपने दोस्त मोहम्मद जिशान अहमद जिलानी को भी इस खौफनाक योजना में शामिल कर लिया। दोनों ने मिलकर हत्या को अंजाम दिया और इसे किसी और पर डालने की कोशिश की, लेकिन भोजपुर पुलिस की मुस्तैदी और पेशेवर जांच ने उनकी साजिश का पर्दाफाश कर दिया। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
आरोपियों से पूछताछ के दौरान, उन्होंने हत्या के तरीके और उसके बाद के घटनाक्रम का विस्तृत ब्योरा दिया। पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त हथियार और अन्य संबंधित सबूतों को भी बरामद कर लिया है। इस मामले में आगे की कानूनी कार्यवाही जारी है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। यह घटना दर्शाती है कि कुछ लोग अपने निजी स्वार्थ के लिए किसी भी हद तक गिर सकते हैं। देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें: https://deshajtimes.com/news/national/
यह पूरा मामला न केवल एक आपराधिक घटना है, बल्कि समाज में नैतिक मूल्यों के ह्रास का भी एक दुखद उदाहरण है। ऐसे मामलों में न्यायपालिका से त्वरित और कठोर कार्रवाई की उम्मीद की जाती है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। पुलिस ने इस जटिल मामले को सुलझाकर न सिर्फ अपराधियों को सलाखों के पीछे पहुंचाया है, बल्कि कानून व्यवस्था के प्रति अपनी प्रतिबद्धता भी दर्शाई है।






