नई दिल्ली: बिहार का सियासी रण फतह करने के बाद अब दिल्ली में जश्न की तैयारी है. एक ऐसा डिनर जिसका न्योता सिर्फ उन महारथियों को है, जिन्होंने बिहार में जीत की पटकथा लिखी. बंद कमरे में जब बीजेपी के चाणक्य जुटेंगे तो क्या सिर्फ धन्यवाद ही होगा या फिर किसी नई रणनीति की नींव रखी जाएगी?
जीत के नायकों के लिए ‘धन्यवाद भोज’
बिहार विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) को मिली जीत के बाद भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने दिल्ली में एक ‘धन्यवाद डिनर’ का आयोजन किया है. यह आयोजन विशेष रूप से उन पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं के सम्मान में रखा गया है, जिन्होंने बिहार में चुनावी रणनीति बनाने और उसे जमीन पर उतारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.
इस डिनर का मुख्य उद्देश्य बिहार में मिली सफलता के लिए नेताओं के परिश्रम और समर्पण की सराहना करना है. पार्टी आलाकमान का मानना है कि इस तरह के आयोजन से कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ता है और भविष्य की चुनौतियों के लिए नई ऊर्जा का संचार होता है.
शाह और फडणवीस समेत कई बड़े चेहरे होंगे शामिल
इस हाई-प्रोफाइल डिनर में कई बड़े चेहरों के शामिल होने की उम्मीद है. सबसे प्रमुख नाम केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का है, जो चुनावी रणनीतियों के लिए जाने जाते हैं. उनके अलावा, इस भोज में शामिल होने वाले प्रमुख नेताओं में शामिल हैं:
- देवेंद्र फडणवीस: महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और बिहार चुनाव के प्रभारी, जिनकी रणनीति को जीत का एक बड़ा श्रेय दिया जाता है.
- भूपेंद्र यादव: पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और बिहार के प्रभारी, जिन्होंने लंबे समय से राज्य में संगठन को मजबूत करने का काम किया है.
- अन्य केंद्रीय मंत्री और पदाधिकारी: वे सभी नेता जिन्हें चुनाव के दौरान अलग-अलग क्षेत्रों और मोर्चों पर विशेष जिम्मेदारियां सौंपी गई थीं.
कांटे की टक्कर में मिली थी NDA को जीत
गौरतलब है कि बिहार विधानसभा चुनाव 2020 एक बेहद करीबी और कड़े मुकाबले वाला चुनाव था. एग्जिट पोल्स में तेजस्वी यादव के नेतृत्व वाले महागठबंधन को बढ़त दिखाई गई थी, लेकिन जब अंतिम नतीजे आए तो एनडीए ने बहुमत का आंकड़ा पार कर लिया. इस चुनाव में बीजेपी पहली बार बिहार में अपने सहयोगी दल जेडीयू से ज्यादा सीटें जीतकर ‘बड़े भाई’ की भूमिका में आई.
इस मुश्किल जीत ने बीजेपी के रणनीतिकारों की क्षमता को एक बार फिर साबित किया. यह डिनर उसी सफल रणनीति और उसके पीछे काम करने वाली टीम का एक अनौपचारिक जश्न है.
सिर्फ धन्यवाद या भविष्य की रणनीति पर भी होगी चर्चा?
हालांकि इस डिनर को पूरी तरह से एक ‘धन्यवाद कार्यक्रम’ बताया जा रहा है, लेकिन राजनीतिक गलियारों में इसके गहरे मायने निकाले जा रहे हैं. माना जा रहा है कि जब पार्टी के शीर्ष रणनीतिकार एक साथ बैठेंगे तो बिहार चुनाव के नतीजों का गहन विश्लेषण भी होगा. इस दौरान अभियान की सफलताओं और कमियों पर अनौपचारिक चर्चा हो सकती है.
इसके अलावा, आने वाले समय में पश्चिम बंगाल और असम जैसे राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों की रणनीति को लेकर भी शुरुआती विचार-विमर्श की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता. यह डिनर भविष्य की सियासी बिसात के लिए मंथन का एक मंच भी बन सकता है.







