back to top
⮜ शहर चुनें
दिसम्बर, 23, 2025

केआरके मैदान में आज से दो दिवसीय बिहार कृषि यांत्रिक मेले का भव्य आयोजन

spot_img
spot_img
- Advertisement - Advertisement

Bihar Agricultural Fair: खेती-किसानी अब केवल हल-बैल तक सीमित नहीं। तकनीक का हाथ थामकर यह नए क्षितिज छू रही है। इसी कड़ी में किसानों को आधुनिक तकनीकों से रूबरू कराने और कृषि को उन्नत बनाने के उद्देश्य से केआरके मैदान में आज से दो दिवसीय बिहार कृषि यांत्रिक मेले का भव्य आयोजन शुरू हो गया है।

- Advertisement - Advertisement

बिहार कृषि यांत्रिक मेले से किसानों को क्या मिलेगा?

यह मेला किसानों के लिए किसी वरदान से कम नहीं, जहाँ वे नवीनतम कृषि यंत्रों और तकनीकों से सीधे परिचित हो सकेंगे। मेले का मुख्य उद्देश्य किसानों को आधुनिक कृषि के प्रति जागरूक करना और उन्हें उन उपकरणों की जानकारी देना है, जो खेती को आसान, तेज और अधिक लाभकारी बना सकते हैं।

- Advertisement - Advertisement

इस मेले में ट्रैक्टर से लेकर सिंचाई उपकरण, बीज बोने वाली मशीनें और फसल कटाई के विभिन्न यंत्र प्रदर्शित किए जा रहे हैं। कृषि विशेषज्ञ भी यहाँ मौजूद रहेंगे जो किसानों को सही यंत्र चुनने और उनके उपयोग के बारे में जानकारी देंगे। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। सरकारी योजनाओं और कृषि ऋण से जुड़ी जानकारी भी उपलब्ध होगी, ताकि किसान आर्थिक रूप से सशक्त हो सकें।

- Advertisement -
यह भी पढ़ें:  Bihar Weather: बिहार में सर्दी का सितम जारी, 26 जिलों में 'कोल्ड डे' अलर्ट, जानें अपने शहर का हाल

आधुनिक कृषि यंत्रों की प्रदर्शनी और विशेषज्ञों का मार्गदर्शन

मेले में कई प्रमुख कृषि उपकरण निर्माता कंपनियों ने अपने स्टॉल लगाए हैं। ये कंपनियां अपने उत्पादों का प्रदर्शन कर रही हैं और किसानों को डेमो भी दे रही हैं। यह किसानों के लिए एक सुनहरा अवसर है कि वे विभिन्न प्रकार के यंत्रों की तुलना करें और अपनी जरूरत के हिसाब से सबसे उपयुक्त विकल्प चुनें। देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें: https://deshajtimes.com/news/national/

कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि आधुनिक कृषि यंत्रों का उपयोग न केवल श्रम और समय बचाता है, बल्कि उत्पादन लागत को कम करके उत्पादकता बढ़ाने में भी मदद करता है। किसानों को यह समझना होगा कि पारंपरिक तरीकों से हटकर नई तकनीक अपनाना अब समय की मांग है। मेले में ड्रोन तकनीक और स्मार्ट फार्मिंग जैसे विषयों पर भी चर्चा होगी। यह पहल छोटे और सीमांत किसानों के लिए विशेष रूप से फायदेमंद होगी, जो अक्सर जानकारी के अभाव में पिछड़ जाते हैं।

मेले के दूसरे दिन भी विभिन्न कार्यशालाएं और परिचर्चाएं आयोजित की जाएंगी, जिसमें किसान अपनी समस्याओं का समाधान पा सकेंगे। उम्मीद है कि यह दो दिवसीय मेला बिहार के कृषि क्षेत्र में एक नई क्रांति लाएगा और किसानों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।

- Advertisement -

जरूर पढ़ें

Neeraj Chopra News: पीएम मोदी से मिले ‘स्वर्ण विजेता’ नीरज चोपड़ा, खेल जगत की उपलब्धियों पर हुई लंबी चर्चा

Neeraj Chopra News: ओलंपिक के सुनहरे आसमान से उतरकर एक चैंपियन जब देश के...

WhatsApp Security: अपने अकाउंट और निजी डेटा को हैकर्स से बचाने के लिए अपनाएं ये खास तरीके

WhatsApp Security: आज के डिजिटल युग में WhatsApp हमारी रोज़मर्रा की ज़िंदगी का एक...

पतंजलि स्पोर्ट्स फेस्टिवल ‘ओजस’ का भव्य समापन, छात्रों ने दिखाया शानदार प्रदर्शन

Patanjali Sports Festival: हरिद्वार की धर्मनगरी में पतंजलि आयुर्वेद महाविद्यालय में आयोजित चार दिवसीय...

चीन के महासागर में मिला ‘सोना भंडार’: ₹52.65 लाख करोड़ का खजाना!

Gold Reserve: चीन ने हाल ही में एशिया के सबसे बड़े समुद्री सोना भंडार...
error: कॉपी नहीं, शेयर करें