back to top
⮜ शहर चुनें
दिसम्बर, 25, 2025

बिहार में खेल क्रांति की नई गाथा: MNREGA Sports Grounds से बदल रही गांवों की तकदीर

spot_img
spot_img
- Advertisement - Advertisement

MNREGA Sports Grounds: कभी गांवों में खेल का मैदान एक सपना था, आज मनरेगा ने उसे हकीकत में बदल दिया है, जहां युवा पसीने से अपने भविष्य की नींव गढ़ रहे हैं।

- Advertisement -

बिहार में खेल क्रांति की नई गाथा: MNREGA Sports Grounds से बदल रही गांवों की तकदीर

बिहार के गांवों में अब सिर्फ खेती-किसानी की बातें नहीं होतीं, बल्कि खेल के मैदानों पर युवाओं की किलकारी और पसीने की बूंदें एक नई कहानी लिख रही हैं। महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) ने सिर्फ रोजगार ही नहीं दिया, बल्कि गांवों में एक नए स्पोर्ट्स कल्चर को भी जन्म दिया है। पिछले दो वर्षों में, बिहार के विभिन्न गांवों में कुल 4807 नए खेल मैदानों का निर्माण किया गया है। इन मैदानों पर गांव के युवा अपनी फिटनेस को निखार रहे हैं, अनुशासन का पाठ सीख रहे हैं और अपनी खेल प्रतिभाओं को उजागर कर रहे हैं। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। ये खेल मैदान अब गांवों में स्वास्थ्य, आत्मनिर्भरता और एक उज्ज्वल भविष्य की नई पहचान बन चुके हैं।

- Advertisement -

मनरेगा की पहल और MNREGA Sports Grounds का उदय

मनरेगा, जिसे अक्सर ग्रामीण क्षेत्रों में बुनियादी ढांचा विकास और रोजगार सृजन के लिए जाना जाता है, अब खेल के क्षेत्र में भी अपनी छाप छोड़ रहा है। इन MNREGA Sports Grounds के निर्माण से न केवल स्थानीय मजदूरों को रोजगार मिला है, बल्कि ग्रामीण युवाओं को शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत होने का अवसर भी मिला है। पहले जहां कई गांवों में बच्चों को खेलने के लिए खाली जगह ढूंढनी पड़ती थी, वहीं अब व्यवस्थित खेल के मैदान उपलब्ध हैं। इन सुविधाओं में रनिंग ट्रैक और वॉलीबॉल कोर्ट जैसी बुनियादी संरचनाएं भी शामिल हैं, जो युवा एथलीटों के लिए एक बेहतरीन मंच प्रदान करती हैं।

- Advertisement -
यह भी पढ़ें:  Madhubani News: जदयू ने सिमरी में फूंका चुनावी बिगुल, सीमा मंडल बनीं 'मिशन' की सारथी

यह पहल सीधे तौर पर ग्रामीण विकास से जुड़ी है, क्योंकि स्वस्थ और अनुशासित युवा ही एक मजबूत समाज की नींव रखते हैं। खेल के मैदानों की उपलब्धता ने ग्रामीण युवाओं में सकारात्मक ऊर्जा का संचार किया है। यह अपने आप में एक महत्वपूर्ण बदलाव है, जिसे आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। इन मैदानों पर नियमित अभ्यास से न केवल शारीरिक फिटनेस बढ़ती है, बल्कि टीम वर्क और नेतृत्व क्षमता जैसे महत्वपूर्ण गुणों का भी विकास होता है। कई युवा अब खेल को एक करियर विकल्प के रूप में भी देखने लगे हैं, जिससे उनके लिए भविष्य के नए रास्ते खुल रहे हैं। देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

स्वास्थ्य और आत्मनिर्भरता की राह

मनरेगा के तहत निर्मित ये खेल मैदान सिर्फ रेत और मिट्टी के ढेर नहीं हैं, बल्कि ये ग्रामीण बिहार के बदलते चेहरे का प्रतीक हैं। ये ग्रामीणों को एक साथ लाते हैं, सामुदायिक भावना को बढ़ावा देते हैं और स्वस्थ जीवन शैली के प्रति जागरूकता पैदा करते हैं। सरकार की इस पहल से ग्रामीण क्षेत्रों में खेल गतिविधियों को एक नई गति मिली है, जिससे आने वाले समय में बिहार से कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी उभर सकते हैं। यह योजना न सिर्फ रोजगार दे रही है, बल्कि एक मजबूत और आत्मनिर्भर बिहार की नींव भी रख रही है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। ग्रामीण विकास के क्षेत्र में यह एक दूरगामी कदम साबित हो रहा है।

- Advertisement -

जरूर पढ़ें

इरफान खान: ‘अंग्रेजी मीडियम’ की शूटिंग में इरफान खान को क्या झेलना पड़ा, कॉस्ट्यूम डिजाइनर ने खोले राज!

Irrfan Khan News: बॉलीवुड के उस चमकते सितारे की कहानी, जिसकी आखिरी फिल्म के...

NIRF Medical College Ranking 2025: जानिए देश के टॉप 5 मेडिकल कॉलेज

साल 2025 की समाप्ति की ओर हैं, और हर साल की तरह इस बार...

आखिरी फिल्म की शूटिंग में इरफान खान का वो दर्द, जिसे सुनकर आप भी हो जाएंगे इमोशनल!

Irrfan Khan News: बॉलीवुड के उस बेमिसाल फनकार, जिसकी अदाकारी ने हर दिल पर...

देश के टॉप मेडिकल कॉलेज: जानें 2025 की Medical Ranking में किसने मारी बाजी

Medical Ranking: हर साल लाखों छात्र डॉक्टर बनने का सपना देखते हैं और इसके...
error: कॉपी नहीं, शेयर करें