

केरल के तट पर समय से पूर्व मानसून के दस्तक देने की संभावना के आधार पर मौसम वैज्ञानिकों ने इस वर्ष भी बिहार में समय से पूर्व मानसून के पहुंचने की भविष्यवाणी की है।
मानसून के झारखंड से होते हुए 12 से 17 जून तक बिहार पहुंचने की संभावना है। बिहार में मानसून का प्रवेश जमुई और पूर्णिया से होने की उम्मीद है। पूर्वानुमान के मुताबिक पटना में मानसून 20 तक पहुंचने के आसार है।
मौसम विज्ञान विभाग नई दिल्ली से सूचना के आधार पर ज्ञात होता है कि इस वर्ष देश में इस साल दक्षिण पश्चिमी मानसून समय से पहले आ सकता है। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, केरल तट पर मानसून इस बार 27 मई को दस्तक दे सकता है।
जानकारी के अनुसार, भारत में 27 मई तक मानसून प्रवेश कर सकता है जो सामान्य से चार दिन पहले है। इससे पहले इसके अंडमान सागर में समय से पूर्व प्रवेश की संभावना है। इन सभी संभावनाओं के आधार पर ही बिहार में मानसून के समय से पहले दस्तक देने की उम्मीद को बल मिल रहा है।
इससे पहले इसके अंडमान सागर में समय से पूर्व प्रवेश के आसार हैं। मौसम विज्ञानी के अनुसार, समय से पहले मानसून आने की अनुकूल परिस्थितियां बनने और केरल की ओर बढ़ने के संकेत मिल रहे हैं। ऐसे में बिहार में मानसून आने की बात करें तो दूसरे वर्ष भी समय के पूर्व मानसून दस्तक दे सकता है।
दरअसल भारत की कृषि आधारित अर्थव्यस्था की जीवनरेखा माना जाने वाला दक्षिण पश्चिमी मॉनसून समय से पांच दिन पहले, 27 मई तक केरल में पहुंच सकता है। यानी मई के अंतिम सप्ताह में यहां वर्षा की पहली फुहार के आसार नजर आ रहे हैं। वैसे, केरल में मानसून का आगमन आमतौर पर एक जून को होता है।
केरल में समय से पहले होगा दस्तक
मॉनसून के संबंध में भारत मौसम विज्ञान विभाग ने कहा है कि इस साल केरल में दक्षिण पूर्वी मॉनसून का आगमन समय से पहले हो सकता है। केरल में मानसून 27 मई को दस्तक दे सकता है, और इस तारीख में चार दिन आगे पीछे होने का अनुमान है। वर्ष 2009 में दक्षिण पश्चिमी मॉनसून 23 मई को केरल पहुंचा था।
मौसम विभाग के मुताबिक अंडमान-निकोबार में सामान्य रूप से मानसून 22 मई को दस्तक देता है लेकिन इस बार यह 15 मई को ही पहुंच जाएगा। इस वर्ष मानसून के सामान्य (99 फीसदी) रहने का अनुमान है।
पटना, गया, नवादा, नालंदा सहित 19 जिलों में 15 दिनों के बाद हवाओं के रुख में बदलाव हुआ है। उत्तरी हिस्से में पहले की तरह पूर्व और दक्षिण पूर्व हवाओं का प्रभाव है। इन मौसमी सिस्टम की वजह से बिहार के 25 जिलों में हल्की बारिश के आसार है लेकिन पटना, गया, नावादा, नालंदा, भागलपुर सहित 13 जिलों मौसम शुष्क रहेगा।
अमूमन बिहार में मानसून दूसरे हफ्ते की समाप्ति होने के आसपास पहुंचता है लेकिन पिछले तीन सालों में मानसून का आगमन या तो समय पर हुआ है या फिर समय से पहले। इसे देखते हुए कहा जा रहा है कि अंडमान में मानसून के प्रवेश के बाद स्थितियां अनुकूल रहीं तो आठ से दस जून के बीच मानसून बिहार में प्रवेश कर जाएगा।
2021 में मानसून ने समय पूर्व दस्तक दी थी और मात्र 24 घंटों में पूरे राज्य में प्रसार पा लिया था। इस बार लगातार दूसरा साल होगा जब मानसून समय से पूर्व दस्तक देगा। हालांकि कई बार इसके रास्ते में ठिठकने की स्थिति भी देखी जाती रही है। ऐसी स्थिति में यह एक दो दिन देर से सूबे में दस्तक देगा वर्ष 2019 तक मॉनसून के बिहार में पहुंचने का मानक समय 12 जून था। मानक के अनुसार मानसून की पहली बारिश पूर्णिया में 13 को होती है।








