Bihar Pink Bus: नए साल के साथ, बिहार की सड़कों पर एक नया सवेरा उगने वाला है। यह सिर्फ रंगीन बसों का काफिला नहीं, बल्कि महिला सशक्तिकरण और सुरक्षा की एक नई इबारत लिखेगा। नालंदा की सड़कों पर जब ये पिंक बसें उतरेंगी, तो यह न केवल एक नई परिवहन सेवा होगी, बल्कि महिलाओं की सुरक्षा और आत्मनिर्भरता की दिशा में एक मजबूत संदेश भी देगी। यह पहल राज्य में परिवहन के क्षेत्र में एक क्रांतिकारी बदलाव लाने के लिए तैयार है।
Bihar Pink Bus: महिलाओं की सुरक्षा और आत्मनिर्भरता की नई पहल
यह योजना बिहार सरकार द्वारा महिलाओं को सुरक्षित और सम्मानजनक सार्वजनिक परिवहन सुविधा प्रदान करने के उद्देश्य से शुरू की जा रही है। इन बसों का संचालन पूरी तरह से महिला ड्राइवरों और कंडक्टरों द्वारा किया जाएगा, जो अपने आप में एक अनूठी पहल है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। इस कदम से न केवल महिलाओं के लिए रोजगार के नए अवसर खुलेंगे, बल्कि समाज में उनकी भूमिका को भी सशक्त किया जाएगा। महिला सशक्तिकरण की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम है, जो अन्य राज्यों के लिए भी प्रेरणा बन सकता है। प्रारंभिक चरण में नालंदा जिले से इसकी शुरुआत की जा रही है, जिसके बाद धीरे-धीरे इसका विस्तार राज्य के अन्य प्रमुख शहरों में भी किया जाएगा।
कैसे होगा चयन और प्रशिक्षण?
इस महत्वाकांक्षी परियोजना के लिए महिला ड्राइवरों की भर्ती प्रक्रिया पटना सहित कई जिलों में शुरू हो चुकी है। आवेदन करने वाली महिलाओं को कड़े चयन मानकों से गुजरना होगा, जिसमें ड्राइविंग कौशल परीक्षण और सुरक्षा प्रशिक्षण शामिल है। सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि इन बसों को चलाने वाली महिलाएं पूरी तरह से प्रशिक्षित और सक्षम हों, ताकि यात्रियों को सुरक्षित और सुगम यात्रा का अनुभव मिल सके। इस पहल का मुख्य लक्ष्य सार्वजनिक परिवहन में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाना और उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है। देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
पूरे बिहार में विस्तार की योजना
नालंदा में सफल संचालन के बाद, बिहार सरकार की योजना है कि इस पिंक बस सेवा को पटना, मुजफ्फरपुर, भागलपुर और अन्य बड़े शहरों में भी लागू किया जाए। इस विस्तार से राज्य भर की महिलाओं को लाभ मिलेगा, खासकर उन महिलाओं को जो काम के सिलसिले में या शिक्षा के लिए यात्रा करती हैं। यह सिर्फ बसों का परिचालन नहीं, बल्कि एक सामाजिक बदलाव की शुरुआत है, जहां महिलाएं हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं। इस पहल के माध्यम से बिहार एक सुरक्षित और समावेशी समाज की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठा रहा है, आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। यह योजना महिलाओं के लिए न केवल परिवहन का एक साधन बनेगी, बल्कि उन्हें समाज में अपनी पहचान बनाने का एक सशक्त मंच भी प्रदान करेगी।




