Bihar Politics: पटना की सर्द सुबह, घना कोहरा और मुख्यमंत्री का सड़क पर उतरना – यह सिर्फ मौसम का मिजाज नहीं, बल्कि सियासत की नई बिसात बिछने का संकेत है। राजनीतिक गलियारों में हलचल है, क्योंकि नीतीश कुमार की सक्रियता ने कई अटकलों को जन्म दिया है।
Bihar Politics: नीतीश कुमार की दिल्ली दौड़, क्या पक रही है नई सियासी खिचड़ी?
Bihar Politics: सीएम की पटना में बढ़ी सक्रियता और बदलते समीकरण
पटना में कड़ाके की ठंड और घने कोहरे के बीच बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जिस तरह सुबह-सुबह राजधानी की सड़कों पर सक्रियता दिखाई, उसने सियासी गलियारों में नई चर्चाओं को जन्म दे दिया है। सोमवार को दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से उनकी बंद कमरे में हुई अलग-अलग मुलाकातों के बाद, यह सक्रियता और भी महत्वपूर्ण हो जाती है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। इन बैठकों का ब्यौरा भले ही सार्वजनिक न हुआ हो, लेकिन इसने राज्य की राजनीतिक फिजा में गरमाहट ला दी है। मुख्यमंत्री का यह अचानक सड़कों पर उतरना, विकास कार्यों का जायजा लेना और लोगों से मुलाकात करना, विपक्षी दलों के लिए भी चिंतन का विषय बन गया है।
दिल्ली में हुई मुलाकातें मात्र औपचारिकता थीं या बिहार के राजनीतिक भविष्य को लेकर कोई बड़ा फैसला लिया जा रहा है, यह अभी स्पष्ट नहीं है। हालांकि, कयास लगाए जा रहे हैं कि इन मुलाकातों में लोकसभा चुनाव 2024 और बिहार में आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर रणनीति पर चर्चा हुई होगी। विशेषकर, राज्य में महागठबंधन की मौजूदा स्थिति और भविष्य की चुनौतियों पर भी गंभीर विचार-विमर्श हुआ होगा। राजनीतिक पर्यवेक्षकों का मानना है कि नीतीश कुमार का यह कदम उनकी भविष्य की रणनीति का हिस्सा हो सकता है, जहां वे अपनी पकड़ मजबूत करना चाहते हैं।
दिल्ली दौरे के बाद राजनीतिक मायने
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का यह दौरा और उसके बाद पटना में उनकी बढ़ी सक्रियता, एक तरफ सुशासन और विकास के प्रति उनकी प्रतिबद्धता दर्शाती है, तो दूसरी तरफ राजनीतिक पंडित इसे बड़े बदलाव का संकेत भी मान रहे हैं। देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
उनकी राजनीतिक पैंतरेबाज़ी ने महागठबंधन के भीतर भी बेचैनी बढ़ा दी है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। यह देखना दिलचस्प होगा कि उनकी इस सक्रियता का आगामी दिनों में बिहार की सियासत पर क्या असर होता है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। क्या बिहार में कोई नया राजनीतिक अध्याय शुरू होने वाला है या यह केवल एक नियमित प्रशासनिक गतिविधि है, इसका खुलासा आने वाले समय में होगा।




