नीतीश कुमार: गंगा की लहरों पर बहती आस्था और प्रगति की बयार, जब सियासत का हाथ भक्ति से मिला, तो एक नई सुबह का आगाज़ हुआ।
नीतीश कुमार की आस्था और विकास यात्रा
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को राजधानी पटना में आस्था और विकास के दो अहम पहलुओं को एक साथ जोड़कर एक प्रेरक संदेश दिया। उन्होंने सिखों के पवित्र तीर्थ तख्त श्री हरिमंदिर जी, पटना साहिब में मत्था टेककर प्रदेश की खुशहाली, सामाजिक सौहार्द और निरंतर प्रगति की कामना की। यह उनके सार्वजनिक जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा रहा है, जहां वे धार्मिक स्थलों पर जाकर शांति और प्रेरणा प्राप्त करते हैं।
मुख्यमंत्री ने इस दौरान गुरुद्वारे परिसर में आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों में भी शिरकत की। इस पावन अवसर पर उन्होंने बिहार के सर्वांगीण विकास के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। सरकार की विभिन्न जन कल्याणकारी योजनाएं किस प्रकार समाज के हर वर्ग तक पहुंच रही हैं, इस पर भी जोर दिया गया। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
मुख्यमंत्री का यह दौरा केवल धार्मिक नहीं था, बल्कि इसके माध्यम से उन्होंने विकास परियोजनाओं का भी उद्घाटन और शिलान्यास किया, जो राज्य के अधोसंरचना को मजबूत करेंगे। पटना साहिब क्षेत्र में कई नई सड़कें और पुल बनाए जा रहे हैं, जो कनेक्टिविटी को बेहतर बनाएंगे।
आस्था और आधुनिकता का संगम
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार हमेशा से ही सभी धर्मों और समुदायों के लोगों के लिए शांति और सहिष्णुता की भूमि रहा है। उन्होंने विश्वास दिलाया कि सरकार प्रदेश में भाईचारे और सद्भाव को बनाए रखने के लिए हर संभव प्रयास करती रहेगी। उन्होंने युवाओं को प्रेरित करते हुए कहा कि शिक्षा और कौशल विकास के माध्यम से वे अपने और राज्य के भविष्य को उज्जवल बना सकते हैं।
पटना साहिब में उनकी उपस्थिति ने न केवल स्थानीय लोगों को उत्साहित किया, बल्कि यह एक संदेश भी दिया कि राज्य सरकार धार्मिक और सामाजिक समरसता को कितना महत्व देती है। देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें https://deshajtimes.com/news/national/। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
यह कार्यक्रम बिहार के राजनीतिक परिदृश्य में एक महत्वपूर्ण घटना है, जो दर्शाता है कि कैसे नेतृत्व, आस्था और जन कल्याण के कार्यों को एक साथ लेकर चल सकता है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।


