Nitish Kumar Threat: डिजिटल दुनिया, जहां विचार पल भर में मीलों का सफर तय करते हैं, वहीं कभी-कभी नफरत और धमकियों का काला साया भी मंडराने लगता है। बिहार की राजनीति के शिखर पुरुष नीतीश कुमार को भी अब इसी ऑनलाइन अंधकार का सामना करना पड़ा है।
Nitish Kumar Threat: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर जान से मारने की धमकी मिली है। इस गंभीर मामले को लेकर बिहार पुलिस मुख्यालय में हड़कंप मच गया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए पटना पुलिस ने तत्काल एक्शन लिया है और अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। यह घटना तब सामने आई जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राजधानी दिल्ली में थे।
Nitish Kumar Threat: आखिर क्या है पूरा मामला?
सूत्रों के मुताबिक, यह धमकी एक इंस्टाग्राम पोस्ट के जरिए दी गई थी। पोस्ट में मुख्यमंत्री को जान से मारने की चेतावनी दी गई, जिसने राज्य की सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट मोड पर ला दिया है। साइबर विशेषज्ञ और पुलिस की टीमें अब उस अकाउंट और व्यक्ति का पता लगाने में जुटी हैं, जिसने यह घृणित पोस्ट किया है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
इस तरह की घटनाएं सोशल मीडिया सुरक्षा (सोशल मीडिया सुरक्षा) के महत्व को रेखांकित करती हैं। डिजिटल प्लेटफॉर्म पर राजनेताओं को निशाना बनाए जाने की यह कोई पहली घटना नहीं है, लेकिन बिहार के मुख्यमंत्री के साथ ऐसा होना चिंता का विषय है। पुलिस का कहना है कि वे इस मामले में कोई ढिलाई नहीं बरतेंगे और दोषियों को जल्द से जल्द कानून के कटघरे में खड़ा किया जाएगा।
अधिकारियों ने बताया कि पुलिस की एक विशेष टीम गठित की गई है, जो सोशल मीडिया की गहन निगरानी कर रही है। धमकी भरे पोस्ट के स्क्रीनशॉट और अन्य तकनीकी जानकारियों को इकट्ठा किया गया है। साइबर सेल इस मामले की तकनीकी पड़ताल कर रहा है ताकि आरोपी की लोकेशन और पहचान का पता लगाया जा सके। देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें: https://deshajtimes.com/news/national/।
कानूनी कार्रवाई और आगे की जांच
पुलिस ने भारतीय दंड संहिता (IPC) की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। इन धाराओं में आपराधिक धमकी और आईटी एक्ट की संबंधित धाराएं शामिल हैं। पुलिस महानिदेशक ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री की सुरक्षा को देखते हुए भी अतिरिक्त सतर्कता बरती जा रही है।
राज्य में इस घटना के बाद राजनीतिक गलियारों में भी चर्चा तेज हो गई है। सभी राजनीतिक दल इस तरह की धमकियों की निंदा कर रहे हैं और मुख्यमंत्री की सुरक्षा को लेकर चिंता व्यक्त कर रहे हैं। बिहार की शांति और व्यवस्था बनाए रखने के लिए ऐसे असामाजिक तत्वों पर नकेल कसना अत्यंत आवश्यक है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। पुलिस का कहना है कि वे जल्द ही इस मामले में सफलता हासिल करेंगे।





