Nitish का बड़ा जातिगत दांव! Bihar में ‘उच्च जाति आयोग’ का गठन –BJP-JDU–Political Strategy परफेक्ट | बिहार में पहली बार उच्च जाति आयोग का गठन! उच्च जातियों के लिए नया आयोग – BJP-JDU में बराबरी का खेल?BJP नेता अध्यक्ष, JDU प्रवक्ता उपाध्यक्ष – देखिए कौन-कौन बने उच्च जाति आयोग में सदस्य|@पटना, देशज टाइम्स।
Darbhanga के मदरसा में ‘ …भीख मांगती हिंदू लड़की, फिर? देखें VIDEO
View this post on Instagram
बिहार में नीतीश सरकार ने उच्च जाति आयोग का गठन किया, भाजपा नेता अध्यक्ष और जेडीयू प्रवक्ता उपाध्यक्ष नियुक्त
नीतीश सरकार ने बिहार में उच्च जाति आयोग का गठन किया। BJP नेता महाचंद्र प्रसाद सिंह अध्यक्ष, जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन उपाध्यक्ष बने। जानें आयोग की पूरी सूची और कार्यकाल। सामान्य प्रशासन विभाग ने जारी की अधिसूचना, आयोग में कुल 5 पदाधिकारी, कार्यकाल 3 वर्ष का तय।@देशज टाइम्स।
उच्च जातियों के विकास को लेकर बड़ा कदम
पटना,@देशज टाइम्स — बिहार सरकार ने राज्य में उच्च जातियों के विकास को लेकर बड़ा कदम उठाया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में गठित सरकार ने “राज्य उच्च जाति आयोग” का गठन कर दिया है। भाजपा नेता सह पूर्व मंत्री महाचंद्र प्रसाद सिंह को आयोग का अध्यक्ष और जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद को उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया है।
उच्च जाति आयोग की प्रमुख नियुक्तियां
महाचंद्र प्रसाद सिंह – अध्यक्ष (BJP), राजीव रंजन प्रसाद – उपाध्यक्ष (JDU), दयानंद राय – सदस्य, जयकृष्ण झा – सदस्य, राजकुमार सिंह – सदस्य। इन सभी का कार्यकाल 3 वर्षों के लिए निर्धारित किया गया है।
राज्य अनुसूचित जनजाति आयोग का भी गठन
नीतीश सरकार ने राज्य अनुसूचित जनजाति आयोग का भी गठन कर दिया है। इसमें निम्नलिखित नियुक्तियां की गई हैं: शैलेंद्र कुमार – अध्यक्ष (पश्चिम चंपारण निवासी),सुरेंद्र उरांव – उपाध्यक्ष, प्रेमशीला गुप्ता – सदस्य, तल्लू बासकी – सदस्य, राजू कुमार – सदस्य। इनका कार्यकाल भी 3 वर्षों का होगा जो पदभार ग्रहण करने की तिथि से प्रभावी होगा।
राजनीतिक संतुलन की रणनीति
भाजपा और जदयू दोनों से प्रमुख चेहरों की नियुक्ति से संकेत मिलता है कि सरकार इस आयोग को सामाजिक संतुलन और राजनीतिक संदेश दोनों के रूप में इस्तेमाल करना चाहती है। यह गठन आगामी चुनावों को देखते हुए सवर्ण मतदाताओं को साधने का प्रयास माना जा रहा है।