North India Fog: प्रकृति का श्वेत आवरण जब कहर बनकर बरसे, तो थम जाती हैं रफ्तारें और डोल जाता है जनजीवन। उत्तर भारत इन दिनों ऐसी ही एक कठिन चुनौती से जूझ रहा है। घने कोहरे की चादर ने जहां सड़क और हवाई यातायात को बुरी तरह प्रभावित किया है, वहीं जसीडीह-झाझा रेलखंड पर हुए मालगाड़ी हादसे ने रेल संचालन की कमर तोड़ दी है। लंबी दूरी की यात्राओं पर इसका सीधा और गंभीर असर पड़ा है, जिससे हजारों यात्री गंतव्य तक पहुंचने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
North India Fog का कहर: ट्रेनों पर कोहरे और हादसे का प्रभाव
रेलवे अधिकारियों के अनुसार, कोहरे के कारण विजिबिलिटी इतनी कम हो गई है कि ट्रेनों को अत्यंत धीमी गति से चलाना पड़ रहा है। इसकी वजह से सभी प्रमुख मार्गों पर ट्रेनों में देरी आम बात हो गई है। यात्रियों को अपनी यात्रा योजनाओं में लगातार बदलाव करना पड़ रहा है, और रेलवे स्टेशनों पर प्रतीक्षा कर रहे लोग ठंड और अनिश्चितता से जूझ रहे हैं। यह स्थिति केवल यात्रियों के लिए ही नहीं, बल्कि रेलवे स्टाफ के लिए भी चुनौतीपूर्ण है, जिन्हें लगातार बदलती परिस्थितियों में परिचालन बनाए रखना है।
जसीडीह-झाझा रेलखंड पर मालगाड़ी का पटरी से उतरना इस मुश्किल घड़ी में एक और बड़ा झटका साबित हुआ है। इस दुर्घटना के कारण कई महत्वपूर्ण मार्ग बाधित हो गए हैं, जिससे ट्रेनों का संचालन या तो रद्द करना पड़ा है या उनके मार्ग परिवर्तित करने पड़े हैं। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। इससे न केवल यात्रियों को परेशानी हो रही है, बल्कि आवश्यक वस्तुओं की ढुलाई पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है, जिससे आपूर्ति श्रृंखला बाधित हो रही है।
रेलवे ने यात्रियों की सुविधा के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं और लगातार अपडेट्स प्रदान कर रहा है, लेकिन स्थिति की गंभीरता को देखते हुए सामान्य परिचालन बहाल होने में अभी समय लग सकता है। कई ट्रेनों को घंटों तक विभिन्न स्टेशनों पर रोकना पड़ रहा है, जिससे यात्रियों की परेशानी बढ़ती जा रही है। देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें https://deshajtimes.com/news/national/। मौसम विभाग ने भी अगले कुछ दिनों तक घने कोहरे और शीतलहर की चेतावनी जारी की है, जिससे यह संकट और गहराने की आशंका है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
यात्रियों की बढ़ी मुश्किलें और रेलवे के प्रयास
इस अभूतपूर्व स्थिति से निपटने के लिए रेलवे युद्धस्तर पर काम कर रहा है। प्रभावित रेलखंडों पर मरम्मत का कार्य तेजी से चल रहा है और परिचालन बहाल करने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। हालांकि, ट्रेनों में देरी की समस्या से तत्काल निजात मिलना मुश्किल लग रहा है। यात्रियों से अपील की गई है कि वे यात्रा करने से पहले अपनी ट्रेन की स्थिति की जानकारी अवश्य ले लें। यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि यात्रियों को सुरक्षित और आरामदायक यात्रा अनुभव मिले, भले ही इसमें थोड़ा अधिक समय लगे। इस विकट स्थिति में धैर्य और सहयोग दोनों ही अपेक्षित हैं। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।







