चेहरे छलनी, खून से सनी रात, अपराधियों का तांडव। दहशत, हड़कंप, गोलियों की गूंज। बिहार में ट्रिपल मर्डर से दहशत! दो युवकों के चेहरे पर गोलियां दागी, तीसरे की घर में हत्या। क्यों हुई हत्या? कौन आरोपी? पटना से सीतामढ़ी तक गोलियों की गूंज! ट्रिपल मर्डर से दहशत में सीतामढ़ी। चेहरे छलनी कर दी पहचान!@पटना-सीतामढ़ी,देशज टाइम्स।
बिहार में डबल नहीं ट्रिपल मर्डर से सनसनी, पटना और सीतामढ़ी में तीन युवकों की हत्या
सीतामढ़ी में डबल मर्डर, पटना में युवक की घर में हत्या। बिहार में खून से सनी रात! तीन युवकों की निर्मम हत्या, गांव में हड़कंप। घर में घुसकर मर्डर, सड़क किनारे मिले शव, क्या चल रहा है बिहार में! बिहार में अपराधियों का तांडव जारी। सीतामढ़ी-पटना में डबल और सिंगल मर्डर! ट्रिपल हत्या ने हिला दिया पूरा बिहार।@पटना-सीतामढ़ी,देशज टाइम्स।
शनिवार देर रात-रविवार सुबह तक ट्रिपल?
पटना/सीतामढ़ी, देशज टाइम्स – बिहार एक बार फिर अपराध की लपटों में झुलस गया है। राजधानी पटना और सीतामढ़ी जिला में हुई तीन अलग-अलग हत्याओं ने पूरे प्रदेश को हिला दिया है। शनिवार देर रात से रविवार सुबह तक हुई इन वारदातों ने कानून-व्यवस्था (Law and Order in Bihar) पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
सीतामढ़ी में डबल मर्डर, दोनों युवकों को चेहरे पर मारी गोली
सीतामढ़ी जिले के बथनाहा थाना क्षेत्र के ध्रुमनगर गांव में शनिवार देर रात डबल मर्डर की वारदात से इलाके में सनसनी फैल गई। रविवार सुबह जब ग्रामीण टहलने निकले, तो उन्हें बंसवारी इलाके में दो शव पड़े मिले।
मृतकों की पहचान ध्रुमनगर निवासी दिलीप कुमार और भल्ली गांव निवासी राजेश पासवान के रूप में हुई।दोनों युवक रुपौली रुपहरा पंचायत के रहने वाले थे। अपराधियों ने दोनों के चेहरे पर गोली दागी, जिससे पहचान करना बेहद मुश्किल हो गया। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है, वहीं ग्रामीणों में आक्रोश है।
पुलिस को जैसे ही सूचना मिली, थाना पुलिस और फॉरेंसिक टीम घटनास्थल पर पहुंची। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। पुलिस ने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट और Forensic Science Laboratory (FSL) जांच से अहम सुराग मिल सकते हैं।
हत्या की वजह अब तक साफ नहीं, पुलिस ने शुरू की तफ्तीश
अब तक हत्या के कारणों का कोई स्पष्ट सुराग नहीं मिला है। पुलिस परिजनों और ग्रामीणों से पूछताछ कर रही है।
आशंका है कि हत्या आपसी रंजिश या आपराधिक कारणों से जुड़ी हो सकती है। गांव में बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा होकर न्याय और अपराधियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं।
सीतामढ़ी जिला प्रशासन ने मामले को गंभीरता से लिया है। बता दें कि सीतामढ़ी नेपाल सीमा से सटा जिला है, जहां पहले भी कई बार संगठित अपराध की घटनाएँ हो चुकी हैं।
पटना में घर में घुसकर युवक की हत्या
वहीं, बिहार की राजधानी पटना में भी अपराधियों ने एक बड़ी वारदात को अंजाम दिया। घटना गर्दनिबाग थाना क्षेत्र के सरिस्ताबाद बाईपास इलाके की है। अपराधियों ने शनिवार देर रात कृष्णा कुमार नामक युवक के घर में घुसकर गोली मार दी। कृष्णा कुमार एक निजी कंपनी में कार्यरत थे। गोली लगने से उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
घटना के बाद इलाके में अफरा-तफरी मच गई। सूचना मिलते ही डीएसपी सचिवालय और गर्दनिबाग थाना पुलिस घटनास्थल पर पहुंची। शव को कब्जे में लेकर पटना मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (PMCH) भेजा गया।
पुलिस की जांच कई बिंदुओं पर केंद्रित
पटना पुलिस ने बताया कि हत्या के पीछे की वजह अभी स्पष्ट नहीं है। पुलिस आपसी रंजिश, आर्थिक विवाद, और स्थानीय आपराधिक गिरोहों की गतिविधियों पर जांच कर रही है। आसपास के CCTV फुटेज खंगाले जा रहे हैं। पुलिस ने अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए विशेष टीम गठित की है। सरिस्ताबाद इलाके में अब भी दहशत का माहौल है। स्थानीय लोगों ने पुलिस से अपराधियों को जल्द पकड़ने की मांग की है।
बिहार में बढ़ते अपराध पर उठ रहे सवाल
पिछले कुछ महीनों से बिहार में हत्या, लूट और गोलीबारी जैसी घटनाओं में लगातार बढ़ोतरी हुई है।
ताज़ा ट्रिपल मर्डर (सीतामढ़ी में दो और पटना में एक) की वारदात ने सरकार और पुलिस प्रशासन की कानून-व्यवस्था (Law and Order) पर सवाल खड़े कर दिए हैं। विपक्षी दलों ने भी सरकार से जवाब मांगा है और सुरक्षा-व्यवस्था मजबूत करने की मांग की है।
बिहार पुलिस Official Website के अनुसार, हर बड़े जिले में विशेष अभियान चलाकर अपराधियों पर नकेल कसने की कोशिश की जा रही है। लेकिन इन हत्याओं ने प्रशासन की दक्षता पर प्रश्नचिह्न खड़े कर दिए हैं।
पटना और सीतामढ़ी में हुई तीन हत्याओं ने
पटना और सीतामढ़ी में हुई तीन हत्याओं ने न सिर्फ स्थानीय लोगों बल्कि पूरे राज्य को हिला दिया है। एक तरफ जहां ग्रामीण आक्रोशित और भयभीत हैं, वहीं पुलिस अपराधियों की तलाश में लगी है।
यह घटना एक बार फिर दिखाती है कि बिहार में अपराध और कानून व्यवस्था को लेकर गंभीर सुधार की आवश्यकता है। फिलहाल पूरे राज्य की निगाहें पुलिस जांच और प्रशासनिक कार्रवाई पर टिकी हुई हैं।




 
