COVID Cases in Patna | AIIMS Doctor Infected | New Covid Variants in India।@देशज टाइम्स रिपोर्ट| पटना एम्स के डॉक्टर को कोरोना! क्या लौट रही है कोविड की डरावनी लहर?बिहार में फिर बढ़ा कोरोना का खतरा! एम्स डॉक्टर और वैज्ञानिक संक्रमित, तीन एक्टिव मरीज और बढ़ता खतरा!
न ट्रैवल, न कॉन्टैक्ट फिर भी संक्रमण!
पटना में कोरोना फिर पहुंचा। न ट्रैवल, न कॉन्टैक्ट फिर भी संक्रमण! पटना में कोविड का नया संकेत। पटना एम्स में कोरोना अलर्ट! अस्पतालों को हाई अलर्ट पर रखा गया।NB.1.8.1 और LF.7 वेरिएंट का डर! क्या बिहार में भी आ चुकी है नई लहर? जहां, भगवान को कोरोना, आम आदमी की जिंदगी हलक में।@पटना, देशज टाइम्स।
पटना एम्स के डॉक्टर को हुआ कोरोना, शहर में सक्रिय मरीजों की संख्या हुई तीन
पटना, देशज टाइम्स – राजधानी पटना में फिर से कोरोना वायरस का खतरा मंडराने लगा है। एम्स पटना के एक जूनियर डॉक्टर के संक्रमित पाए जाने के बाद शहर में सक्रिय मरीजों की संख्या तीन हो गई है। स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से सतर्क रहने और कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने की अपील की है।
संक्रमितों की पहचान और ट्रैवल हिस्ट्री नहीं
संक्रमितों में एक एम्स पटना का जूनियर डॉक्टर और दूसरा आईसीएआर (ICAR) का 30 वर्षीय वैज्ञानिक है। दोनों की कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं, जिससे स्थानीय संक्रमण (local transmission) की आशंका है। फिलहाल दोनों की स्थिति स्थिर है और गंभीर लक्षण नहीं हैं।
नए वेरिएंट की आशंका, जीनोमिक जांच शुरू
देशभर में सामने आ रहे नए वेरिएंट्स (Variants like NB.1.8.1 and LF.7) को देखते हुए बिहार में भी RT-PCR पॉज़िटिव नमूनों की जीनोमिक सीक्वेंसिंग शुरू की गई है। इसका मकसद यह पता लगाना है कि राज्य में नए स्ट्रेन का प्रभाव है या नहीं है।
पटना समेत सभी अस्पतालों में तैयारियां तेज
आईजीआईएमएस (IGIMS) में 12 ऑक्सीजन बेड और 3 आईसीयू बेड आरक्षित किए गए हैं। डॉक्टरों के अनुसार, इस बार लक्षण अलग हैं — सिरदर्द, कमजोरी, बदन दर्द, और ऑक्सीजन स्तर में गिरावट है।
देश में बढ़ रहे नए सब-वेरिएंट्स
NB.1.8.1 (तमिलनाडु) और LF.7 (गुजरात) वेरिएंट सामने आए हैं। WHO ने इन्हें निगरानी श्रेणी (Variant Under Monitoring) में रखा है। इन वेरिएंट्स के लक्षण पारंपरिक कोविड से कुछ अलग हैं।
स्वास्थ्य विभाग की तैयारी और दिशा-निर्देश
अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने सभी जिलों को दिए निर्देश में कहा है कि टेस्टिंग किट, दवाइयां, मास्क, ऑक्सीजन सिलेंडर और ICU सुविधाएं उपलब्ध कराना है। सभी अस्पतालों को तैयार रहने का निर्देश है।
जनता से सतर्कता बरतने की अपील
स्थिति नियंत्रण में जरूर है, लेकिन कोविड नियमों की अनदेखी भविष्य में खतरनाक साबित हो सकती है। मास्क पहनना, भीड़ से बचना, और लक्षण दिखने पर जांच कराना अनिवार्य है। नई लहर धीमी है, लेकिन अनुशासन और जागरूकता बेहद जरूरी है।