Patna News: राजनीति की आग कभी बुझती नहीं, बस उसका ठिकाना बदल जाता है। मुर्शिदाबाद से उठी ‘बाबरी’ की चिंगारी अब बिहार की राजधानी पटना तक आ पहुंची है, जहां सार्वजनिक स्थल पर एक नया विवाद जन्म ले चुका है।
Patna News: मामला बिहार की राजधानी पटना के इनकम टैक्स चौराहे का है, जहां एक सार्वजनिक शौचालय का नामकरण ‘बाबरी’ किए जाने को लेकर तीखा विरोध शुरू हो गया है। हिंदू शिवभवानी सेना नामक संगठन ने इस विरोध प्रदर्शन को हवा दी है, जिसके बाद शहर में राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है। दरअसल, पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में कथित तौर पर बाबरी मस्जिद की नींव रखे जाने के बाद से ही विवाद की आग सुलग रही थी, जो अब पटना तक फैल गई है। संगठन का कहना है कि यह एक सांकेतिक विरोध है, ताकि इस मुद्दे पर लोगों का ध्यान आकर्षित किया जा सके। संगठन के सदस्यों ने साफ शब्दों में कहा है कि यदि इस नामकरण को नहीं बदला गया, तो उनका आंदोलन और तेज होगा। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
Patna News: इनकम टैक्स चौराहे पर क्यों गरमाया माहौल?
इनकम टैक्स चौराहे पर हुए इस धार्मिक प्रदर्शन में संगठन के सदस्यों ने विरोध स्वरूप नारेबाजी भी की। उनके तीखे बयानों ने स्थानीय प्रशासन को भी सोचने पर मजबूर कर दिया है। संगठन के नेताओं ने आरोप लगाया कि मुर्शिदाबाद में बाबरी मस्जिद की नींव रखकर एक विशेष समुदाय को उकसाने का प्रयास किया जा रहा है, जिसका देशभर में विरोध होगा। यह धार्मिक प्रदर्शन शहर में चर्चा का विषय बना हुआ है।
मुर्शिदाबाद से पटना तक विवाद की आंच
पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में कुछ समय पहले ‘बाबरी मस्जिद’ की नींव रखने का दावा किया गया था। इस घटना के बाद से ही देशभर में कई हिंदू संगठनों ने विरोध जताना शुरू कर दिया था। अब इसी कड़ी में पटना में भी एक नया अध्याय जुड़ गया है। हिंदू शिवभवानी सेना के पदाधिकारियों ने कहा कि यह सिर्फ एक शौचालय का नाम नहीं, बल्कि एक संदेश है कि देश में किसी भी कीमत पर बाबरी मस्जिद के नाम पर कोई भी निर्माण स्वीकार नहीं किया जाएगा। उनका मानना है कि यह देश की अखंडता और सांप्रदायिक सौहार्द के लिए एक गंभीर चुनौती है।
इस घटना के बाद से स्थानीय पुलिस भी सतर्क हो गई है और स्थिति पर कड़ी नजर रख रही है। किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। यह देखना दिलचस्प होगा कि प्रशासन इस संवेदनशील मुद्दे पर क्या रुख अपनाता है और क्या यह विवाद और गहराता है या कोई बीच का रास्ता निकलता है। देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।


